टिहरी की यादों को ताजा करना चाहते हैं तो पढ़ें टिहरी की जल समाधि पुस्तक, प्रेस क्लब देहरादून में हुआ विमोचन
टिहरी की यादों को ताजा करना चाहते हैं तो पढ़ें टिहरी की जल समाधि पुस्तक, प्रेस क्लब देहरादून में हुआ विमोचन
टिहरी की जलसमाधि एक दस्तावेज, टिहरी राजशाही के समय टिहरी नगर बसाए जाने से शुरू होकर टिहरी की डूब जाने तक की कथा कहती है। इस पुस्तक के माध्यम से हम टिहरी बांध के बनने और पलायन-विस्थापन की कथा को जीवंत महसूस कर सकते हैं। महिपालसिंह नेगी द्वारा तीन दशक से अधिक समय तक जुटाए गए तथ्यों के माध्यम से इस पुस्तक को लिखा है।
पत्रकार व सामाजिक सरोकारो से जुडे महिपाल सिंह नेगी जी की एक ऐतिहासिक पुस्तक” टिहरी की जल समाधि’ का विमोचन अभी कुछ दिन पहले देहरादून प्रेस क्लब में हुआ इस अवसर सभी वक्ताओ ने टिहरी पर अपने अपने संस्मरण व स्मृतियो की चर्चा कर यादो को हरा कर दिया विमोचन में हिमालियन विश्वविद्यालय के कुलपति,डा0राजेन्र्द प्रसाद डोभाल,पूर्व आई ए एस सुरेन्र्दसिंह पांगती,गढरत्न लोकगायक नरेन्र्द सिंह नेगी,पर्यावरणविद धूम सिंह नेगी,प्रेसक्लब अध्यक्ष अजय राणा सहित कई लोग शामिल रहे पुस्तक में टिहरी के बसने से लेकर डूबने तक की फोटो और लेख आपको इस पुस्तक में मिलेंगे पुस्तक में टिहरी की पहचान नागवंशी गढ़ों व चौरा चौतरो का इतिहास ऐतिहासिक गांवों का परिचय धुनारों की कथा व व्यथा, राजा सुदर्शन शाह का टिहरी आगमन राजधानी स्थापित करना पंवार वंश का शासन सहित टिहरी की सांस्कृतिक पहचान धार्मिक स्थल मेले राजशाही से टिहरी की आजादी का संघर्ष बांध निर्माण का संघर्ष आंदोलनों के गीत आंदोलनों के फोटोग्राफ टिहरी शहर और गांव के डूबने के दृश्य भी आप फोटोग्राफ के माध्यम से देखेंगे टिहरी के लोग इस दस्तावेज के माध्यम से टिहरी को एक बार फिर देख सकेंगे देश दुनिया के लोग और टिहरी की नई पीढ़ी जिन्होंने टिहरी नहीं देखी थी वे भी जल समाधि लेने वाले इस शहर व भागीरथी घाटी को समझ सकेंगे पुस्तक को लेखक ने एक दस्तावेज के रूप में तैयार किया है। पुस्तक को न्यूज़ एजेंसी पुस्तक भंडार व Amazon से भी खरीद सकते हैं।