टिहरी में किशोर और धनोल्टी में प्रीतम पर भाजपा का दांव सफल साबित किशोर के लिए जीत बनेगी नई धार तो प्रीतम के कद में भी बढ़ोत्तरी
नई टिहरी, (मुकेश रतूड़ी): टिहरी जिले में भाजपा ने पांच सीटें जीतकर 2017 का इतिहास दोहराया है। टिहरी सीट पर भाजपा ने पूर्व पीसीसी चीफ व टिहरी से दो बार के विधायक किशोर उपाध्याय और धनोल्टी सीट पर निर्दलीय विधायक प्रीतम पंवार को पार्टी की सदस्यता दिलाकर टिकट का सटीक दांव खेला। ये दांव आखिर सच साबित हुआ। दोनों सीट पर भाजपा ने विपरीत परिस्थितियों में जीत हासिल की। इस जीत से किशोर उपाध्याय के राजनीतिक जीवन को नई धार मिली है। वहीं प्रीतम पंवार ने कद्दावर नेता बनकर उभरे हैं।
टिहरी सीट पर भाजपा ने निवर्तमान विधायक धन सिंह नेगी का टिकट काटकर कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष किशोर उपाध्याय को टिकट दिया। 27 फरवरी को किशोर भाजपा में शामिल हुए और 28 फरवरी को नामांकन आखिरी दिन उन्होंने पर्चा भरा। सियासी जानकारों के अनुसार किशोर को भाजपा में एंट्री के लिए प्रदेश महामंत्री (संगठन) अजेय कुमार और टिहरी जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी की सबसे बड़ी भूमिका बताई गई। इस लिहाज से भाजपा संगठन के लिए यह सीट नाक का सवाल बन गई थी। जानकारों के अनुसार धन सिंह नेगी के खिलाफ पार्टी स्तर पर जबर्दस्त बगावत होने का अंदेशा था। सत्ता विरोधी लहर से भी पार्टी को नुकसान होना तय था। लेकिन किशोर को टिकट मिलते ही पूरी भाजपा एकजुट हो गई। कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने 14 दिन में ही किशोर को चुनाव जितवा दिया। जिससे पार्टी संगठन और किशोर की साख बच गई। हालांकि किशोर की सौम्य छवि और जनता और अधिकारी-कर्मचारियों में उनका व्यवहार भी उनकी जीत का बड़ा कारण बना। उन्होंने बीते 10 सालों से टिहरी में जनता के बीच संघर्ष कर रहे पूर्व मंत्री दिनेश धनै को हरा दिया। वहीं धनोल्टी सीट पर भी भाजपा ने निर्दलीय विधायक प्रीतम पंवार को टिकट दे दिया। जबकि वहां पर पूर्व विधायक महावीर रांगड़, पूर्व मंत्री नारायण सिंह राणा, डीसीबी अध्यक्ष सुभाष रमोला, वरिष्ठ नेता राजेश नौटियाल टिकट के प्रमुख दावेदार थे। हालांकि महावीर रांगड़ ने बागी प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और तीसरे नंबर रहे। प्रीतम पंवार संगठन मे माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं। उनकी जनता में अच्छी पकड़ है। ऐसे में भाजपा का कॉडर वोट उनके लिए प्लस साबित हुआ। प्रीतम ने शानदार जीत हासिल कर संगठन की नाक बचाए रखी। भाजपा के जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी का कहना है कि किशोर उपाध्याय का व्यवहार, 10 साल विधायक रहते हुए टिहरी के लिए कराए कार्य, धनोल्टी सीट पर प्रीतम पंवार का व्यवहार और कुशल संगठन कर्मी होने का फायदा पार्टी को मिला। दोनों सीटें प्रतिकूल परिस्थिति में भाजपा ने जीती है। इसके लिए कार्यकर्ताओं की मेहतन सबसे बड़ा कारक बना है।