उत्तराखंड के हास्य जगत को बड़ा झटका, नहीं रहे घन्ना भाई
उत्तराखंड के हास्य जगत को बड़ा झटका, नहीं रहे घन्ना भाई

उत्तराखंड के प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद “घन्ना भाई” का आज निधन हो गया। उन्होंने देहरादून के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। हास्य और मंचीय कला की दुनिया में अपनी खास पहचान बना चुके घन्ना भाई पिछले चार दशकों से दर्शकों का मनोरंजन कर रहे थे। उनके निधन की खबर से उत्तराखंड के सांस्कृतिक और कला जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
लोकप्रियता की बुलंदियों तक पहुंचे “घन्ना भाई”
मूल रूप से पौड़ी जिले के निवासी घनानंद घन्ना भाई का नाम उत्तराखंड की हास्य कला के प्रमुख कलाकारों में गिना जाता था। उन्होंने अपनी विशिष्ट संवाद शैली और चुटीले हास्य से लोगों के दिलों में खास जगह बनाई। उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी के मंचों पर उनकी विशेष मांग रहती थी। नेगी जी के कई म्यूजिक एलबम में भी उन्होंने शानदार अभिनय किया, जिससे उनकी लोकप्रियता और बढ़ी।
रेडियो, दूरदर्शन और स्टेज पर रहा सिक्का
घन्ना भाई ने सिर्फ स्टेज शो तक ही खुद को सीमित नहीं रखा, बल्कि रेडियो और दूरदर्शन पर भी अपने अभिनय और हास्य कला का जलवा बिखेरा। उनकी प्रस्तुतियां लोगों को हंसाने के साथ-साथ गहरी सामाजिक संदेश भी देती थीं। उनके फॉलोअर्स उनकी सहजता और हास्य शैली के मुरीद थे।
राजनीति में भी आजमाया हाथ, लेकिन कला से रहा गहरा नाता
कला जगत में अपार सफलता पाने के बाद उन्होंने राजनीति में भी कदम रखा। उन्होंने विधायक का चुनाव लड़ा, हालांकि इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली। बावजूद इसके, उन्होंने कभी भी अपने असली प्रेम यानी हास्य और अभिनय को नहीं छोड़ा। वे लगातार स्टेज शो और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सक्रिय रहे।
अंतिम विदाई और श्रद्धांजलि
घन्ना भाई के निधन से उत्तराखंड की कला और संस्कृति से जुड़ा हर व्यक्ति स्तब्ध है। सोशल मीडिया पर उनके प्रशंसक और कलाकारों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उनके निधन से उत्तराखंड की हास्य कला जगत में एक अपूरणीय क्षति हुई है।
उनकी यादें और उनका योगदान हमेशा उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बने रहेंगे। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।