प्रतापनगर और नरेंद्रनगर सीटों पर सीधी टक्कर के आसार, देखें अन्य विधानसभाओं में क्या बन रहे हैं समीकरण

मुकेश रतूड़ी = नई टिहरी, 7 फरवरी टिहरी जिले की छह विधानसभा सीटों में से तीन सीटों पर त्रिकोणीय, दो सीटों पर सीधा तो एक सीट पर चतुष्कोणीय मुकाबले की आसार बन रहे हैं। मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच में ही है। हालांकि देवप्रयाग सीट पर क्षेत्रीय पार्टी यूकेडी और टिहरी सीट पर उत्तराखंड जनएकता पार्टी के प्रत्याशी दोनों दलों को सीधे चुनौती देते दिख रहे हैं।
टिहरी जिले में छह विधानसभा सीटें आती हैं। टिहरी सीट पर भाजपा, कांग्रेस और उजपा प्रत्याशियों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है। भाजपा से किशोर उपाध्याय, उजपा से पूर्व मंत्री दिनेश धनै तो कांग्रेस ने डा. धन सिंह नेगी प्रत्याशी हैं। तीनों प्रत्याशियों ने चुनाव जीतने के लिए दमखम लगा रखा है। प्रतापनगर सीट पर भाजपा और कांग्रेस में सीधी टक्कर हो सकती है। भाजपा से जहां विधायक विजय सिंह पंवार प्रत्याशी हैं वहीं कांग्रेस ने भी पूर्व विधायक विक्रम पंवार को मैदान में उतारा है। कमोबेश यही स्थिति नरेंद्रनगर सीट पर भी बनती दिख रही है। यहां भाजपा ने सरकार मंत्री सुबोध उनियाल को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस ने भी पूर्व विधायक ओमगोपाल रावत पर दांव लगाया है। देवप्रयाग सीट पर रोचक लड़ाई देखने को मिल रही है। यहां भाजपा से विनोद कंडारी, कांग्रेस के मंत्री प्रसाद नैथानी तो यूकेडी के दिवाकर भट्ट ने चुनावी रण को त्रिकोणी बना दिया है। धनोल्टी सीट पर भी त्रिकोणीय मुकाबला होता दिख रहा है। भाजपा ने पूर्व मंत्री प्रीमत पंवार को तो कांग्रेस ने प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट को खेवनहार बनाया है। लेकिन भाजपा के बागी प्रत्याशी निर्दलीय महावीर रांगड़ ने चुनाव को तीन महारथियों की लड़ाई बना दिया है। यही हाल घनसाली (आरक्षित) सीट का है। यहां भाजपा के शक्ति लाल शाह, कांग्रेस के धनीलाल शाह तो कांग्रेस के बागी भीमलाल आर्य और भाजपा के बागी दर्शन लाल आर्य ने चतुष्कोणीय मुकाबला बना दिया है। इसके इतर कुछ अन्य प्रत्याशी भी अपनी उपस्थिति को चुनावी समर में महत्वपूर्ण बनाते हुए दिख रहे हैं। प्रतापनगर सीट पर निर्दलीय पंकज व्यास, धनोल्टी सीट से आप के अमेंद्र बिष्ट, टिहरी सीट पर आप के त्रिलोक नेगी, यूकेडी के उर्मिला महर भी किसी का भी गणित बिगाड़ने में सक्षम है। बहरहाल 14 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए सभी पार्टियों और निर्दलीय प्रत्याशी जोरदार लडाई के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
इनका क्या है कहना-
केंद्र और राज्य सरकार के अच्छे कार्यों के बल पर इस बार सभी छह सीटें भाजपा जीतेगी। वर्चुअल प्रचार में पार्टी सबसे आगे है। जनता का आशीर्वाद मिलना तय है।
-विनोद रतूड़ी, जिलाध्यक्ष भाजपा
सत्ता विरोधी लहर, महंगाई, भ्रष्टाचार से जनता परेशान है। कांग्रेस 2002 का इतिहास दोहरा कर टिहरी के सभी सीटें जीतने में कामयाब रहेगी।
-राकेश राणा, जिलाध्यक्ष कांग्रेस।
उत्तराखंडियत को बचाना है तो उजपा को लाना होगा। टिहरी सीट पर उजपा प्रत्याशी व केंद्रीय अध्यक्ष दिनेश धनै रिकार्ड मतों से जीतेंगे। आने वाले समय में उजपा उत्तराखंड में सशक्त विकल्प बनेगा।
-संजय मैठाणी, जिलाध्यक्ष उजपा