
सुनो सुनो भाई सुनो सुनो, स्वच्छता को चुनो चुनो…, हाथ साफ तो बीमारियां साफ, खाने से पहले शौच के बाद…. आदि स्लोगनों के माध्यम से बृहस्पतिवार को एम्स,ऋषिकेश के मेडिकल विद्यार्थियों, हाउस कीपिंग व हॉस्पिटल अटेंडेंट्स के दल ने विभिन्न स्थानों पर आयोजित नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से एम्स अस्पताल में आने वाले मरीजों, तीमारदारों व अन्य नागरिकों को एंटीबायोटिक दवाओं के सही इस्तेमाल के साथ साथ स्वच्छता, अनिवार्य वेक्सीनेशन व पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
संस्थान की निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह के मार्गदर्शन में एम्स, ऋषिकेश के तत्वावधान में आयोजित विश्व एंटीमाइक्रोबियल जनजागरूकता सप्ताह
(वॉव 2025) के अंतर्गत बृहस्पतिवार को विभिन्न जनजागकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिनके माध्यम से जनमानस को एंटीबायोटिक दवाओं के सही उपयोग के साथ साथ हैंड हाईजीन, पर्यावरण संवर्धन व एचपीवी सहित विभिन्न जरूरी टीकाकरण को लेकर जागरूक किया गया।
इस अवसर पर आयोजन सचिव डॉ. पीके पंडा ने कहा कि यह जागरूकता अभियान लगातार तीन दिन आयोजित किए जाएंगे। जिसमें जनमानस को इस वर्ष की थीम “अभी कदम बढ़ाएं वर्तमान बचाएं व भविष्य सुरक्षित करें ” के माध्यम से अधिकाधिक लोगों को एंटीबायोटिक दवाओं के सही उपयोग करने व दुरुपयोग से बचने का संदेश दिया जाएगा। उन्होंने एंटीबायोटिक दवाओं के गलत तरीके से उपयोग में लाने को जनसमुदाय के जीवन के लिए बेहतर खतरनाक बताया।
सीनियर नर्सिंग अधिकारी श्रीमती प्रियंका पाटियाल के नेतृत्व में हाउसकीपिंग और हॉस्पिटल अटेंडेंट्स द्वारा सामुदायिक जागरूकता हेतु एक विशेष रोले-प्ले प्रस्तुत किया गया। इस प्रस्तुति का उद्देश्य आम जनता को स्वच्छता, हाईजीन और एंटीबायोटिक के विवेकपूर्ण उपयोग के प्रति संवेदनशील बनाना था।
इस अवसर पर अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर बी. सत्याश्री, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर रवि, जनरल मेडिकल फेकल्टी व कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉक्टर पीके पंडा, सीएनओ डॉ. अनीता रानी कंसल, डॉक्टर मनीष शर्मा, डॉक्टर राखी मिश्रा आदि मौजूद थे।
उधर, एंटिमाइक्रोबियल रेज़िस्टेंस (AMR) जागरूकता सप्ताह के तहत थानो राजकीय इंटर कॉलेज में एम्स के मेडिकल छात्रों द्वारा रोले-प्ले का सफल आयोजन किया गया।
विश्व एंटिमाइक्रोबियल प्रतिरोध जागरूकता सप्ताह 2025 के अंतर्गत, शहीद सैनिक श्री नरपाल सिंह अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज, थानो में एएमआर जागरूकता हेतु संस्थान के मेडिकल विद्यार्थियों द्वारा विशेष रोले-प्ले कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों, शिक्षकों व जनसमुदाय को स्वास्थ्य जनजागरूकता संदेश दिया गया।
यह कार्यक्रम डॉ. प्रकाश, सहायक प्रोफ़ेसर नर्सिंग डॉ. मनीष शर्मा तथा श्री अरुण (DNS) के पर्यवेक्षण में आयोजित किया गया।
जिसमें मेडिकल छात्रों ने एंटिमाइक्रोबियल रेज़िस्टेंस के कारण, प्रभाव तथा जिम्मेदार एंटीबायोटिक उपयोग पर अत्यंत प्रभावशाली रोले-प्ले प्रस्तुत किया, जिसे छात्रों एवं शिक्षकों ने बड़ी रुचि के साथ देखा व स्कूल के विद्यार्थियों ने सक्रिय भागीदारी करते हुए एएमआर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां सीखी।
कार्यक्रम के दौरान छात्रों के लिए एएमआर विषय पर एक क्विज़ प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। बताया गया है कि विजेताओं को 24 नवंबर को आयोजित सप्ताहव्यापी कार्यक्रम के समापन समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
उधर, अस्पताल के 15 क्षेत्रों में आइस-ब्रेकिंग सत्र भी विशेषज्ञों द्वारा संपन्न किए गए, जिनका उद्देश्य अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों को प्रेरित करना, संक्रमण रोकथाम प्रथाओं को सुदृढ़ करना और एएमआर नियंत्रण रणनीति को प्रभावी बनाना था।
यह कार्यक्रम एएमआर जागरूकता को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुआ और प्रतिभागी छात्रों व स्वास्थ्यकर्मियों में बेहतर समझ और व्यवहार परिवर्तन की प्रेरणा प्रदान कर गया।



