900 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती से चारधाम यात्रा बनी सुरक्षित और व्यवस्थित
900 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती से चारधाम यात्रा बनी सुरक्षित और व्यवस्थित

टिहरी। चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत प्रशासनिक सतर्कता और मजबूत सुरक्षा व्यवस्था के साथ हुई है। यात्रा के पहले सप्ताह में यातायात और सुरक्षा प्रबंधन सफल रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को निर्बाध और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिला।
जनपद टिहरी जिले के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने जानकारी दी कि इस वर्ष यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को विशेष रूप से मजबूत किया गया है। जनपद में लगभग 900 सुरक्षाकर्मी – जिनमें 700 पुलिसकर्मी, होमगार्ड्स और दो प्लाटून आईटीबीपी शामिल हैं – को विभिन्न पड़ावों पर तैनात किया गया है। यह पहली बार है जब चारधाम यात्रा के लिए अर्द्धसैनिक बलों की प्रत्यक्ष तैनाती की गई है।
प्रमुख एंट्री प्वाइंट्स –
मुनीकीरेती, तपोवन, भद्रकाली, ब्रह्मपुरी और कीर्तिनगर – में पुलिस व आईटीबीपी जवान यात्रियों के वाहनों की सघन जांच कर रहे हैं। इसका उद्देश्य किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करना है।
यात्रा के दौरान ट्रैफिक जाम से बचने के लिए मुनिकीरेती और तपोवन क्षेत्रों में वन-वे व्यवस्था लागू की गई है, जिसका सकारात्मक असर देखने को मिला है। वीकेंड पर राफ्टिंग के लिए आने वाले पर्यटकों की भीड़ को भी बेहतर ढंग से नियंत्रित किया गया है।
ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप में यात्रियों की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया, सहायता कैंप और सभी व्यवस्थाएं प्रभावी रूप से संचालित हो रही हैं। संभागीय परिवहन अधिकारी एवं चारधाम यात्रा नोडल अधिकारी श्री संदीप सैनी ने बताया कि यात्रा को सरल और व्यवस्थित बनाए रखने के लिए चेक पोस्ट प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी स्थिति में वाहनों की अनावश्यक भीड़ या जाम न लगे।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अब तक हजारों ग्रीन कार्डधारी वाहनों को रुड़की, देहरादून और ऋषिकेश से चारधाम की ओर रवाना किया गया है।
प्रशासन के प्रयासों और सुरक्षाकर्मियों की मुस्तैदी के चलते चारधाम यात्रा का पहला सप्ताह शांतिपूर्ण, सुरक्षित और व्यवस्थित रहा, जिससे श्रद्धालुओं में भी संतोष और विश्वास का माहौल बना हुआ है।