
सूत्रों के अनुसार मंत्रियों की सूची लगभग तैयार हो चुकी है। मुख्यमंत्री धामी ने मंत्रियों के नाम को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चर्चा भी, लेकिन अभी हाईकमान की तरफ से कोई इशारा नहीं मिला है। सूत्रों के अनुसार बुधवार को शपथ ग्रहण से लगभग दो घंटें पहले ही विधायकों को मंत्री बनाए जाने की सूचना दी जाएगी
इससे संभावित दावेदार ऊहापोह में हैं। धामी के पूर्व मंत्रिमंडल के दो सदस्य हरक सिंह रावत और यशपाल आर्य कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं, वहीं कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी यतीश्वरानंद हरिद्वार ग्रामीण से चुनाव हार चुके हैं लिहाजा धामी को मंत्रिमंडल में नए चेहरों का शामिल करने के लिए ज्यादा जद्दोजहद भी नहीं करनी होगी।
ऐसे में युवा विधायकों की दावेदारी को मजबूती मिल रही है। धामी के पुराने मंत्रिमंडल में सतपाल महाराज, बंशीधर भगत, सुबोध उनियाल, विशन सिंह चुफाल, अरविंद पांडे, गणेश जोशी, धन सिंह रावत, रेखा आर्य फिर इस दौड़ में हैं, लेकिन इनमें कुछ नामों पर कैंची चल सकती है।
दो महिलाओं विधायकों की दावेदारी मजबूत
मंत्रिमंडल में इस बार दो महिला विधायक शामिल हो सकती हैं। सोमेश्वर से रेखा आर्य की इस बार भी पुख्ता दावेदारी है। रेखा त्रिवेंद्र, तीरथ और पुष्कर सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। अल्मोड़ा की छह में से चार सीटें भाजपा की झोली में आई हैं। इनमें से सल्ट से महेश जीना दूसरी बार जबकि रानीखेत से प्रमोद नैनवाल और जागेश्वर से मोहन सिंह मेहरा पहली बार विधायक चुने गए हैं।
वहीं, कोटद्वार चुनाव जीतकर सभी को चौकान्ने वाली ऋतु खंडूड़ी की भी दावेदारी पुख्ता मानी जा रही है। वे दूसरी बार विधायक बनी हैं। पौड़ी जिले में भाजपा के खाते में सभी छह सीटें आई हैं। इनमें चौबट्टाखाल से सतपाल महाराज और श्रीनगर से जीते धन सिंह रावत का मंत्री बनना तय माना जा रहा है।