भाजपा ने हरक सिंह रावत को मंत्रीमंडल से हटाने और उनको छह साल के लिए पार्टी से निकाले जाने के बाद से ही उत्तराखंड में सियासी हलचल है कई भाजपा के विधायक को हरक सिंह के साथ होने को लेकर इंटरनेट मीडिया पर तमाम तरह की बातें उठती रही है इसको लेकर विधायक प्रदीप बत्रा ने साफ कहा कि हरक सिंह रावत जब तक भाजपा में थे, तब तक ही उनका संबंध उनसे था,
वह भाजपा के कार्यकर्त्ता के रूप में काम कर रहे हैं।वर्ष 2016 में हरक सिंह रावत के साथ हरिद्वार जिले से विधायक प्रदीप बत्रा एवं कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन भी बगावत कर भाजपा में शामिल हो गए थे। 2017 में नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि उनको लेकर इंटरनेट मीडिया पर जो बातें कहीं जा रही है वह पूरी तरह से गलत है।
वह भाजपा के अनुशासित सिपाही है। पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेदारी दी है वह लगातार उसका निर्वहन कर रहे है। भारतीय जनता पार्टी ने उनको जो सम्मान दिया है उसे कभी भूलाया नहीं जा सकता। पार्टी आगे भी जो जिम्मेदारी देगी, उसका ही निर्वहन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह लगातार पार्टी की रीति-नीति एवं सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं।