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टिहरी पंचायत चुनाव में लोकतंत्र की हत्या, कांग्रेस का भाजपा और निर्वाचन आयोग पर बड़ा हमला

टिहरी पंचायत चुनाव में लोकतंत्र की हत्या, कांग्रेस का भाजपा और निर्वाचन आयोग पर बड़ा हमला

नई टिहरी।

कांग्रेस पार्टी ने आज कांग्रेस कार्यालय टिहरी में प्रेस वार्ता की प्रताप नगर विधायक विक्रम सिंह नेगी ने कहा कि उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का कार्यकाल आठ माह पूर्व समाप्त हो चुका था, बावजूद इसके भाजपा सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग समय पर चुनाव कराने में विफल रहे। कांग्रेस पार्टी पहले दिन से ही संविधान और पंचायत राज अधिनियम के अनुसार कार्यकाल समाप्त होने से पूर्व चुनाव कराने की मांग कर रही थी, लेकिन भाजपा सरकार अपनी हठधर्मिता पर अड़ी रही।

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अब जबकि प्रदेश में चतुर्मास, भारी वर्षा, आपदा की आशंकाएं, चारधाम यात्रा और कांवड़ यात्रा जैसे विशेष अवसर चल रहे हैं, तब जाकर सरकार को पंचायत चुनाव की याद आई और वह भी लोगों की जान जोखिम में डालकर।

चुनाव प्रक्रिया में भारी अनियमितताएं: सत्ता का दबाव

नेगी ने आरोप लगाया कि इस पंचायत चुनाव में निर्वाचन प्रक्रिया की हर स्तर पर भाजपा सरकार का हस्तक्षेप और दबाव देखने को मिला:

मतदाता सूची के पुनरीक्षण में भारी गड़बड़ी की गई।

आरक्षण निर्धारण में अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग को चक्रानुक्रम से वंचित कर दिया गया, जिससे उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिल सका।

जब इस प्रक्रिया को कोर्ट में चुनौती दी गई, तो माननीय उच्च न्यायालय ने स्टे दिया, जिसे बाद में हटाया गया, अब मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।

नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी में दोहरा मापदंड

8 और 9 जुलाई को नामांकन पत्रों की जांच के दौरान जिन प्रत्याशियों के नामांकन वैध पाए गए, उन्हें उसी दिन वैधता की रसीद दे दी गई, लेकिन अगले दिन अचानक उनके मोबाइल पर नोटिस भेजा गया कि उनके नाम दो जगह मतदाता सूची में दर्ज हैं और उन्हें जवाब देना होगा। जब प्रत्याशी कार्यालय पहुंचे, तो उनसे जवाब लेने से इनकार कर दिया गया ये प्रक्रिया लोकतंत्र की हत्या जैसा कृत्य है।

 

भाजपा समर्थित प्रत्याशियों के नामांकन क्यों वैध?

कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश राणा ने सवाल उठाया कि भाजपा प्रत्याशी श्रीमती सोना सजवाण और श्रीमती नीलम बिष्ट के नाम भी दो-दो जगह मतदाता सूची में हैं, लेकिन उनके नामांकन क्यों वैध घोषित किए गए इससे साफ है कि निर्वाचन आयोग और प्रशासन भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं।

उच्च न्यायालय का फैसला और उसकी अनदेखी

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट ने कहा कि जब माननीय उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने 6 जुलाई 2025 के आयोग के सर्कुलर को असंवैधानिक घोषित कर दिया और पंचायत राज अधिनियम की धाराओं को सही माना जिसके अनुसार एक व्यक्ति दो जगह मतदाता सूची में हो तो वह चुनाव नहीं लड़ सकता तब यह सवाल उठता है कि भाजपा समर्थित उम्मीदवारों के नामांकन वैध कैसे माने गए?

जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में कांग्रेस ने उठाई आवाज पत्रकार वार्ता में राकेश राणा जिला कांग्रेस अध्यक्ष, टिहरी विक्रम सिंह नेगी विधायक, प्रतापनगर ,शांति प्रसाद भट्ट प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता,आशा रावत जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष,अनीता रावत शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष,शक्ति प्रसाद जोशी शहर कांग्रेस अध्यक्ष चंबा,नवीन सेमवाल युवा कांग्रेस अध्यक्ष ,सोबन सिंह कुमाई आदि लोग उपस्थित रहे।

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