
राज्य सचिवालय के लोक निर्माण और वन विभाग में कार्यरत अतिरिक्त निजी सचिव गौरव चौहान को अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया है. आपको बता दें कि गौरव चौहान को इस मामले में बीते दिनों पूछताछ के लिए तलब किया गया था और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इस मामले में अब तक कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक अब तक गिरफ्तार आरोपियों से हुई पूछताछ के आधार पर गौरव का नाम निकलकर सामने आया था। गौरव के खिलाफ कई डाक्यूमेंटल और इलेक्ट्रानिक सबूत भी हाथ लगे हैं।
इसके बाद गौरव से पूछताछ शुरु की गई। इस दौरान गौरव को ये सभी सबूत दिखाए गए और उनके आधार पर कई सवाल किए गए।
गौरव ने शुरु में एसटीएफ को इधर उधर भरमाने की कोशिश की लेकिन बाद में एसटीएफ के सबूतों के सामने उसको सच बताना ही पड़ा है।
पेपर लीक मामले की जांच जारी
जानकारी के मुताबिक एक करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि बरामद हुई है. जिस तरह से पेपर लीक के मामले का खुलासा हो रहा है, ऐसे में एक बात तो साफ है कि प्रदेश के युवाओं के साथ बहुत बड़ी धोखाधड़ी परीक्षा में की गई थी. यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले की जांच जारी है. अब प्रिंटिंग प्रेस लखनऊ से आयोग होते हुए सचिवालय पहुंची. एसटीएफ ने बुधवार शाम को सचिवालय के लोक निर्माण एवं वन विभाग में कार्यरत अपर निजी सचिव गौरव चौहान को बयान के लिए कार्यालय बुलाया गया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया.
अभ्यर्थियों से की गई है ये अपील
वहीं, अपील की गई जिन अभ्यर्थियों द्वारा परीक्षा में अनुचित साधन का प्रयोग किया है वो खुद कार्यालय आकर अपने बयान शीघ्र दर्ज कराएं. अभी तक कई छात्रों द्वारा अपनी गलती स्वीकार की गई है. एसटीएफ उत्तराखंड को ऐसे अभ्यर्थियों जो अनुचित साधनों से क्वॉलिफाई किए हैं के संबंध में जानकारी मिल रही है. भविष्य में उनकी गिरफ्तारी संभव है.