Tehri Garhwalशिक्षा

टिहरी : डीएम की सोच से बदली तस्वीर, अब सरकारी स्कूलों में मिल रही आधुनिक सुविधाएं

टिहरी : डीएम की सोच से बदली तस्वीर, अब सरकारी स्कूलों में मिल रही आधुनिक सुविधाएं

शिक्षा को लेकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की सोच और संवेदनशीलता अब ज़मीनी स्तर पर नज़र आ रही है। सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं सुनिश्चित करने की दिशा में उनके नेतृत्व में कई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में जनपद के 19 विद्यालयों में किचन कम डाइनिंग शेड का निर्माण कार्य तेज़ी से किया जा रहा है, जिससे छात्रों को सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल में भोजन उपलब्ध हो सके।

मनरेगा और खनिज न्यास मद से हो रहा निर्माण

Advertisement...

जिला विकास अधिकारी मो. असलम ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर मनरेगा एवं जिला खनिज न्यास मद के युगपतिकरण से यह कार्य संचालित हो रहा है। प्रति शेड की अनुमानित लागत ₹5.84 लाख रखी गई है, जिसमें ₹2.92 लाख महात्मा गांधी नरेगा से और ₹2.92 लाख खनिज न्यास मद से खर्च किए जा रहे हैं।

किन स्कूलों में हो रहा निर्माण?

यह कार्य जनपद के कई विकासखंडों में चल रहा है, जिनमें नरेंद्रनगर, देवप्रयाग, जौनपुर, भिलंगना, जाखणीधार और प्रतापनगर शामिल हैं। इनमें प्रमुख विद्यालय हैं:

रा.प्रा.वि. आमपाटा (नरेंद्रनगर)

रा.प्रा.वि. जामणीखाल (देवप्रयाग)

जनता जय भारत इं.कॉ. कनियाड़ी (देवप्रयाग)

रा.प्रा.वि. किन्सु, रा.इं.कॉ. थत्यूड़ (जौनपुर)

रा.इं.कॉ. रगड़ी, महरगांव, मेंडू सिंदवाल (भिलंगना)

रा.उ.प्रा.वि. गडोलिया, मंदार, सेमण्डीधार (जाखणीधार)

घंडियालगांव, मोहल्या, पोखरी, हलेथ, खरौली, दीनगांव (प्रतापनगर)

उद्देश्य और प्रभाव

पूर्व में इन स्कूलों में किचन या डाइनिंग शेड न होने से बच्चे खुले में धूप और बारिश में भोजन करने को मजबूर थे। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग को निर्देशित किया था कि चिन्हित विद्यालयों में शेड निर्माण के लिए एस्टीमेट तैयार करें। अब इनमें से अधिकांश स्कूलों में निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है और कई स्थानों पर छात्र नए शेड में भोजन करना शुरू कर चुके हैं।

शिक्षा को लेकर व्यापक दृष्टिकोण

जिलाधिकारी की पहल सिर्फ बुनियादी ढांचे तक सीमित नहीं है। उन्होंने टिहरी मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक श्रीदेव सुमन राजकीय पुस्तकालय का जीर्णोद्धार कर उसे आधुनिक सुविधाओं से युक्त हाइटेक पुस्तकालय में तब्दील कर दिया है। साथ ही प्रत्येक ब्लॉक में पुस्तकालय खोलने और जिला सेवायोजन कार्यालय के माध्यम से करियर काउंसलिंग कार्यक्रम भी शुरू किए गए हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button