टिहरी : मुख्य विकास अधिकारी की प्रेरणा से ग्रामीण महिलाओं का आर्थिक उत्थान
टिहरी : मुख्य विकास अधिकारी की प्रेरणा से ग्रामीण महिलाओं का आर्थिक उत्थान

विकास खंड भिलंगना के अंतर्गत ग्राम मोलनो, पोखाल और कोटी में महिलाओं द्वारा किए जा रहे स्वरोजगार और उद्यमशीलता के कार्यों का मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने निरीक्षण किया। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय बढ़ाने के लिए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
सीएससी केंद्र से मिली आजीविका को मजबूती
ग्राम मोलनो पोखाल में चंद्रमा स्वयं सहायता समूह की सदस्य पूजा देवी ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट का प्रशिक्षण प्राप्त कर कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) की शुरुआत की। मुख्य विकास अधिकारी ने इस प्रयास की सराहना करते हुए खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि “ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना (रीप)” के तहत उन्हें व्यक्तिगत उद्यम सहयोग प्रदान किया जाए, जिससे सीएससी सेंटर को और विकसित कर उनकी आय बढ़ाई जा सके।
महिलाओं की मेहनत से बढ़ी आय
वृंदावन माउंट वैली स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा मशरूम उत्पादन किया जा रहा है, जिसे मीना देवी द्वारा बाजार में बेचा जा रहा है। इस पहल से समूह की औसतन आय में बढ़ोतरी हुई है। मुख्य विकास अधिकारी ने महिलाओं के इस प्रयास को प्रोत्साहित किया और इसे और बड़े स्तर पर संचालित करने के सुझाव दिए।
कोल्ड स्टोरेज से किसानों को राहत
ग्राम पंचायत कोटि में मुख्यमंत्री एकीकृत बागवानी विकास योजना के तहत बनाए गए कोल्ड स्टोरेज का निरीक्षण किया गया। यह इकाई महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित की जा रही है। मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया कि फल और सब्जियों को सुव्यवस्थित तरीके से केटों में रखा जाए, ताकि अधिक सामग्री संग्रहित हो सके। साथ ही, सामग्री रखने वाले किसानों से उचित दर पर शुल्क निर्धारित करने को कहा गया, जिससे कोल्ड स्टोरेज के खर्च पूरे किए जा सकें और समूह की आय में वृद्धि हो।
रोजमैरी उत्पादन का बढ़ा प्रोत्साहन
महिलाओं द्वारा पॉली हाउस में रोजमैरी (इंडियन और इटालियन प्रजाति) की पौधशाला तैयार की जा रही है। डॉ. त्रिपाठी ने इस प्रयास की सराहना करते हुए इसे वृहद स्तर पर बढ़ाने का सुझाव दिया।
स्वावलंबन की नई दिशा
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं का यह प्रयास प्रेरणादायक है। प्रशासन उनके प्रयासों को और अधिक सफल बनाने के लिए हरसंभव मदद करेगा। ये कदम न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएंगे, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त करेंगे।