हरेला पर्व पर ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत राजकीय महाविद्यालय नई टिहरी में वृक्षारोपण”
हरेला पर्व पर ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत राजकीय महाविद्यालय नई टिहरी में वृक्षारोपण"

नई टिहरी। हरेला पर्व के पावन अवसर पर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, नई टिहरी में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई के तत्वावधान में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के अंतर्गत औषधीय, फलदार और छायादार वृक्षों का वृक्षारोपण किया गया। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण और जलवायु संतुलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पर्यावरणविद व भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. प्रमोद उनियाल ने वृक्षों के पर्यावरणीय महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “एक स्वस्थ पेड़ प्रतिदिन औसतन 230 लीटर ऑक्सीजन उत्सर्जित करता है, जो लगभग 10 लोगों के लिए पर्याप्त है। पीपल, बरगद और तुलसी जैसे पौधे 24 घंटे ऑक्सीजन प्रदान करते हैं।” उन्होंने सभी से रोपित वृक्षों की देखभाल का संकल्प लेने का आग्रह किया और कहा कि “यदि समय रहते हम पर्यावरण की चिंता नहीं करेंगे, तो मानव अस्तित्व संकट में आ जाएगा।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो. दीर्घ पाल सिंह भंडारी ने हरेला पर्व की पर्यावरणीय प्रासंगिकता को रेखांकित करते हुए कहा कि “यह पर्व उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर है, जो हरियाली और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है।” उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में इस अवसर पर व्यापक वृक्षारोपण अभियान चलाए जाते हैं और “एक पेड़ माँ के नाम” जैसे प्रयासों से देशव्यापी चेतना विकसित की जा सकती है।
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों डॉ. आशा डोभाल और डॉ. अरविंद रावत ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए वृक्षों के संरक्षण का संकल्प दोहराया।
इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में जिला समन्वयक डॉ. पी.सी. पैन्यूली, डॉ. हर्ष नेगी, डॉ. सतेन्द्र ढौंडियाल, डॉ. पुष्पा पंवार, डॉ. बी.डी.एस. नेगी, डॉ. हेमलता विष्ट, डॉ. हर्षिता जोशी, डॉ. ममता रावत, डॉ. साक्षी शुक्ला, डॉ. चंचल गोस्वामी, डॉ. अंकिता बोरा, श्रद्धानंद सेमवाल, लक्ष्मण सिंह नेगी, भीम सिंह, मोहन, इशिता, कृष्णा रावत सहित अनेक शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं शामिल रहे।