मुकेश रतूड़ी,नई टिहरी, आजीविका संवर्द्धन के लिए जिले का विकास विभाग लगातार नवाचारी प्रयोग कर ग्रामीणों की आर्थिकी को बढ़ाने में सहयोग कर रहा है। देवप्रयाग ब्लॉक के महड़ गांव में मनरेगा के तहत करीब 50 नाली भूमि पर तुलसी कृषिकरण कार्य (तुलसी की नर्सरी) किया गया है। तुलसी के पत्तों की फ्लेवर्ड चाय की पैकिंग-पैकेजिंग कर इसे हिमालयन टी के नाम से विक्रय किया जा रहा है। विभाग का लक्ष्य है कि इसे बड़े पैमाने पर विस्तार किया जाए ताकि ग्रामीणों को इसका खूब लाभ मिले। यही नहीं भविष्य में इसकी मार्केटिंग के लिए ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनियां अमेजन, फ्लिपकार्ट आदि से भी जोड़ने की योजना है।
देवप्रयाग ब्लॉक के महड़ गांव में छह स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से विकास विभाग ने तुलसी उत्पादन का कार्य वर्ष 2019 से शुरू कराया। वहां पर करीब 50 नाली भूमि पर पुलिस की नर्सरी तैयार की गई। इसके लिए दुर्गामाता स्वयं सहायता समूह महड़ गांव, वैष्णो माता ग्राम संगठन समेत करीब 6 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को काम पर लगाया गया। पहले साल इन समूहों ने तुलसी का अच्छा उत्पादन किया। करीब 400 किलोग्राम का लक्ष्य निर्धारित किया गया। जिसमें से 300 किलो ग्राम तुलसी फ्लेवर्ड चाय विक्रय की गई। मनरेगा योजना के तहत नर्सरी, पैकेजिंग, ग्रेडिंग आदि का कार्य किया गया। स्वयं सहायता समूहों की ओर से उत्पादित तुलसी चाय को हिलांस-हिमालयन चाय के नाम से बाजार में उतारा गया। जिसकी बाजार में जबरदस्त डिमांड है। गत दिनों टिहरी दौरे पर पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी के कार्यक्रम में भी तुलसी हिमालयन टी को प्रदर्शित किया गया। जिसे जनप्रतिधियों, अधिकारी-कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने जमकर खरीदा। फिलवक्त नर्सरी में नए पौधे उगाए जा रहे हैं। विभाग का लक्ष्य है कि गांव की बंजर पड़ी भूमि का उपयोग कर इस योजना का विस्तार किया जाए। जल्द ही इसके लिए कार्य योजना बनाई जाएगी ताकि गांव के अन्य लोग भी तुलसी का उत्पादन कर आर्थिक रूप से मजबूत हों। तुलसी हिमालयन टी की डिमांड को देखते हुए इसकी मार्केटिंग सीधे अमेजन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, बिग बॉस्केट जैसे ऑनलाइन मार्केटिंग एप्स पर भी हो सकेंगी।