टिहरी : परिजनों की डांट से घर से भागा युवक, पुलिस की तत्परता से मिला सकुशल, जानिए क्या है मामला
टिहरी : परिजनों की डांट से घर से भागा युवक, पुलिस की तत्परता से मिला सकुशल, जानिए क्या है मामला
टिहरी , परिजनों की डांट से आहत होकर घर छोड़ने वाला 26 वर्षीय युवक, दर्शन सिंह थायत, 10 दिनों की लंबी तलाश के बाद आखिरकार टिहरी गढ़वाल की थाना देवप्रयाग पुलिस की सूझबूझ से सुरक्षित मिल गया।
बागेश्वर जिले के ग्राम पुराडा, पोस्ट-गागरी गोल, थाना बैजनाथ निवासी दर्शन सिंह, नई दिल्ली के पालम इलाके में अपने मामा राजेंद्र सिंह नेगी के साथ रहता था। 06 अगस्त 2024 की रात किसी विवाद के बाद मामा की डांट से क्षुब्ध होकर वह घर से बिना बताए निकल गया। घर पर अपना मोबाइल छोड़ जाने से परिजन और अधिक चिंतित हो गए थे, जिससे उनके लिए उसे ढूंढना और भी मुश्किल हो गया था।
पुलिस की मुस्तैदी रंग लाई जब 15/16 अगस्त की रात को पुलिस चौकी तीन धारा की टीम रात्रि गश्त पर थी। इस दौरान बछेलीखाल में घूमते हुए एक युवक को संदिग्ध अवस्था में पाया गया। युवक से प्रारंभिक पूछताछ में कोई स्पष्ट जानकारी न मिलने पर पुलिस को शक हुआ। गहन पूछताछ के बाद पता चला कि यह वही युवक है, जो 10 दिनों से लापता था। पुलिस ने तत्काल युवक को सुरक्षित अपनी निगरानी में लिया और उसके परिजनों को सूचित किया।
दर्शन के पिता और भाई जब 16 अगस्त की देर शाम पुलिस चौकी पहुंचे, तो उन्हें बेटे को सकुशल देखकर राहत की सांस मिली। नम आंखों से बेटे को गले लगाते हुए पिता ने टिहरी पुलिस का तहेदिल से धन्यवाद किया।
इस सफल अभियान में एसआई दीपक लिंगवाल, हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह नेगी, फायरमैन खजान सिंह, और होमगार्ड सुरेश जोशी की टीम शामिल थी। उनकी सतर्कता और समर्पण ने परिवार को उनका लापता बेटा वापस दिलाया, जो कि पुलिस की मुस्तैदी और संवेदनशीलता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।