टिहरी को मिलेगा स्वास्थ्य सेवाओं का बड़ा तोहफा, 50 बेड के क्रिटिकल केयर यूनिट की होगी स्थापना
टिहरी को मिलेगा स्वास्थ्य सेवाओं का बड़ा तोहफा, 50 बेड के क्रिटिकल केयर यूनिट की होगी स्थापना
(मुकेश रतूड़ी टिहरी)
टिहरी जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को नई दिशा देने के लिए केंद्र सरकार के सहयोग से जिला मुख्यालय नई टिहरी में 50 बेड के अत्याधुनिक क्रिटिकल केयर यूनिट (CCU) की स्थापना की जाएगी। इस परियोजना पर करीब 50 करोड़ रुपये की लागत आएगी, और यह क्षेत्र के आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।
आपातकालीन मामलों में मिलेगी राहत
यह क्रिटिकल केयर यूनिट हार्ट अटैक, ब्रेन हैमरेज, सड़क दुर्घटनाओं जैसे गंभीर मामलों में मरीजों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराएगी। जिला अस्पताल और आस-पास के क्षेत्र में इसके निर्माण की तैयारी तेज हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इस परियोजना के लिए 4600 वर्ग मीटर भूमि चिन्हित की जा रही है।
मिनी मेडिकल कॉलेज बनने की संभावना
टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के सहयोग से यह परियोजना साकार हो रही है। उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास है कि जिला अस्पताल में ही इस यूनिट की स्थापना हो, जिससे मरीजों को बेहतर सेवाएं मिल सकें। भविष्य में इसे मिनी मेडिकल कॉलेज के रूप में विकसित किया जाएगा।”
मेडिकल कॉलेज के लिए भी भूमि हस्तांतरण प्रक्रिया जारी
इडियां क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है। टीएचडीसी और राजस्व विभाग करीब 13 हेक्टेयर भूमि को चिकित्सा शिक्षा विभाग को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया में हैं। टीएचडीसी यहां राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद के मानकों के अनुसार मेडिकल कॉलेज का निर्माण करेगा।
प्रशासनिक तैयारी और निर्देश
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने परियोजना की प्रगति के लिए त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। एसडीएम टिहरी संदीप कुमार ने बताया कि भूमि हस्तांतरण का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है और स्थानीय लोगों से आपत्तियां मांगी गई हैं।
स्थानीय जनता को बड़ी उम्मीदें
यह परियोजना टिहरी जिले के लोगों के लिए जीवनरक्षक सिद्ध होगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस कदम से न केवल आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं सुदृढ़ होंगी, बल्कि स्वास्थ्य क्षेत्र में टिहरी की पहचान भी बढ़ेगी।
50 बेड के इस क्रिटिकल केयर यूनिट की स्थापना टिहरी को स्वास्थ्य सेवाओं में नई ऊंचाई पर ले जाएगी। साथ ही, यह परियोजना भविष्य में मेडिकल कॉलेज के रूप में विकसित होकर युवाओं के लिए नए अवसर भी लाएगी।