टिहरी : आठ साल के संघर्ष के बाद विधवा महिला को मिला न्याय, एडीएम की ईमानदारी से मिला 34 लाख का प्रतिकर
टिहरी : आठ साल के संघर्ष के बाद विधवा महिला को मिला न्याय, एडीएम की ईमानदारी से मिला 34 लाख का प्रतिकर
(मुकेश रतूड़ी नई टिहरी)
नई टिहरी: जिले के चंबा ब्लॉक के साबली गांव की विधवा सुशीला देवी को आठ साल के लंबे संघर्ष और दर-दर भटकने के बाद आखिरकार न्याय मिला। एडीएम केके मिश्रा की संवेदनशीलता और ईमानदार कार्यवाही के चलते सुशीला देवी को उनकी कट चुकी जमीन के एवज में 34 लाख रुपये का प्रतिकर प्राप्त हुआ है।
घटना ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऑल वेदर सड़क निर्माण के दौरान की है, जब सुशीला देवी की अहम भूमि सड़क निर्माण में कट गई थी। बावजूद इसके, गांव के ही एक अन्य व्यक्ति ने उनकी जमीन पर कब्जा दिखाकर प्रतिकर की प्रक्रिया में रुकावट डाल दी। इस कारण सुशीला देवी को आठ सालों तक न्याय के लिए संघर्ष करना पड़ा।
वर्षों की इस लड़ाई के बाद जब मामला एडीएम केके मिश्रा के सामने पहुंचा, तो उन्होंने ईमानदारी और तत्परता से कार्यवाही की। एडीएम ने गहन जांच के बाद शुक्रवार को सुशीला देवी को 34 लाख रुपये का प्रतिकर दिलवाया।
महिला ने एडीएम मिश्रा और डीएम मयूर दीक्षित का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “एडीएम मिश्रा की ईमानदारी और संवेदनशीलता के चलते आज मुझे मेरा हक मिला है। आठ सालों से मैं इस प्रतिकर के लिए भटक रही थी, लेकिन अब न्याय मिलने पर मैं बेहद खुश हूं।”
इस मामले में डीएम मयूर दीक्षित की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिन्होंने सुशीला देवी के पक्ष में निर्णय लिया और उनकी समस्या का समाधान कराया। एडीएम मिश्रा ने भी कहा, “यह मामला डीएम के समक्ष भी प्रस्तुत किया गया था, और डीएम के सहयोग और निर्देशों के चलते महिला को उसका हक मिल सका।”
यह घटना उन सभी अधिकारियों के लिए एक प्रेरणा है, जो ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ जनता की समस्याओं को हल करने के लिए तत्पर रहते हैं।