टिहरी : आपदा प्रबन्धन के उपाध्यक्ष ने की डीएम की सराहना, दी बधाई , जानिए क्यों
टिहरी : आपदा प्रबन्धन के उपाध्यक्ष ने की डीएम की सराहना, दी बधाई , जानिए क्यों
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‘‘आपदा से पूर्व तैयारिया ही हमारी सजगता का परिचय‘‘-उपाध्यक्ष, उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन।
गुरुवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार नई टिहरी में उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन के उपाध्यक्ष विनय रुहेला ने आपदा प्रबन्धन की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने सम्बन्धित विभागों से आपदा राहत इंतजामों को लेकर विस्तार से चर्चा करते हुए पिछले वर्ष आपदा के दौरान आपदा राहत कार्यों में रह गई खामियों में सुधार लाने पर जोर देने को कहा।
बैठक की समीक्षा के दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसी भी स्तर पर कार्य लम्बित न रहे। आपदा जैसे घटनाओं के राहत कार्याे में जनप्रतिनिधि का सहयोग लेकर कार्य करें, इससे कार्य करने में सुविधा व पारदर्शिता बनी रहती है। उन्होंने कहा कि किसी भी शिकायत पर पत्र व्यवहार करना ही समाधान मात्र नही है, अपितु जमीनीं स्तर पर भी समस्या का समाधान होना चाहिए। बैठक के दौरान दिए गए निर्देशों को अधिकारियों अपनी डायरी में अंकित कर इनका संज्ञान लेना चाहिए। प्रत्येक अधिकारी को अपने अधीनस्त कार्मिकों के कार्याे की स्वंय समीक्षा करनी चाहिए तथा समय-समय पर अपने कार्य क्षेत्र में जन संवाद करना चाहिए।
बैठक में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने पिछले वर्ष घनसाली क्षेत्र की आपदा के उपरान्त राहत एवं बचाव कार्याे की जानकारी देते हुए बताया कि पिछले वर्ष आपदा के दौरान जनपद के भिलंगना, बालगंगा तथा कीर्तिनगर तहसील क्षेत्रान्तर्गत कुल 8 लोगों की मृत्यु हुई, जिन्हें आपदा प्रबन्धन नियमों के तहत मुआवजा वितरण किया गया। आपदा में पशु हानि, क्षतिग्रस्त भवनों, कृषि भूमि सहित सभी प्रकार के नुकसान का मुआवजा वितरण किया गया। वहीं विभागों को आपदाग्रस्त क्षेत्रों में कार्यों हेतु उनकी मांग के अनुसार धन आवंटन किया गया, ताकि राहत कार्याे में कोई परेशानी न हो। जिलाधिकारी ने बताया कि भिलंगना व बालगंगा क्षेत्र के 200 परिवारों का विस्थापन किया गया है। आपदाग्रस्त क्षेत्र में बिजली पानी की जो वैकल्पिक व्यवस्था की गयी थी अब पक्के निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। आपदा के दौरान आपदाग्रस्त गांवों के लोगों को किराये के घरों में शिफ्ट किया गया था जिसका भुगतान सरकार द्वारा किया गया है। आने वाले माह जुलाई तक सबके घर तैयार हो जायेंगे।
बैठक में बताया गया कि आपदागस्त क्षेत्रों के पुनर्निर्माण कार्याे हेतु पीएमजीएसवाई का 7 करोड़ का स्टीमेट शासन को भेजा गया है। मा. मुख्यमंत्री जी की घोषणा के अनुसार सिंचाई विभाग द्वारा बूढाकेदार क्षेत्र सुरक्षा कार्याे हेतु 21 करोड़ के कार्य गतिमान है। गंगी गांव जिसमें आज तक विद्युत का माध्यम सोलर ऊर्जा था अब 12 किमी विद्युत लाईन अगले दो माह में बन जायेगी ।
बैठक में उपाध्यक्ष ने विभागवार कार्याे की समीक्षा के दौरान सड़क निर्माण में डम्पिंग जोन पर ही मलबा डम्प करने के निर्देश दिये गये क्योंकि जगह जगह मलबा डालने से नये आपदा जोन बन रहे हैं। लोनिवि घनसाली द्वारा सड़कों के डामरीकरण व पुल एवं क्षतिग्रस्त दीवारों के पक्के कार्याे हेतु अतिरिक्त धनराशि की मांग की गयी। शिक्षा विभाग को आपदा में क्षतिग्रस्त हुये स्कूलों में विद्युत, पानी, पंखे का स्वंय अभिभावक के रूप में निरीक्षण करने एवं भूमिगत जीव जैसे सांप, बिच्छु आदि से सुरक्षा व्यवस्थित करने के निर्देश दिये गये। पूर्ति विभाग द्वारा बताया गया कि आपदा से पूर्व तीन माह का राशन पहले ही पहुंचाया जाता है और आपदा के समय राहत कैम्प चलाया जाता है। उपाध्यक्ष ने चीनी व चावल की क्वालिटी को मौके पर जाकर समय-समय पर चौक करने के निर्देश दिए, ताकि आम लोगों को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद मिल सके। उन्होंने पशुपालन विभाग से पशुहानि, गौशाला और उनकी आर्थिक सहायता की स्थिति भी जानी।
मुनिकीरेती क्षेत्र में रेलवे निर्माण कार्य से पेयजल नुकशान की बात पेयजल विभाग द्वारा बतायी गयी जिसकी विभाग ने अस्थायी व्यवस्था की है तथा स्थायी व्यवस्था के लिए धनराशि की मांग की जिस पर उपाध्यक्ष ने पत्र व्यवहार करने तथा स्वंय भी रेलवे से वार्ता करने की बात कही। कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान फसल बीमा एवं मुआवजा की जानकारी ली।
इस दौरान बीआरओ के उच्च अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी प्रकट की तथा उपस्थित अधिकारियों को फटकार लगाते हुये निर्देश दिये कि सड़क से मलबा हटायें तथा बगड़धार और स्यांसू में अनिवार्य रूप अलग-अलग जेसीबी रखें वहीं एडीएम को ओसी बीआरओ से पत्र व्यवहार कर जबाव मांगने को कहा
इस अवसर पर मा. उपाध्यक्ष द्वारा जिलाधिकारी के कार्यो की सराहना की तथा आपदा राहत एवं पुनर्वास सम्बन्धी बेहतर कार्य करने पर बधाई दी और सभी अधिकारियों को गुडगवरनेंस व्यवहार में लाने को कहा।
बैठक में विधायक टिहरी किशोर उपाध्याय, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश नौटियाल, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद नई टिहरी मोहन सिंह रावत, ब्लाक प्रमुख/प्रशासक जाखणीधार सुनीता देवी, अपर जिलाधिकारी अरविन्द कुमार पाण्डेय, पीडी डीआरडीए पीएस चौहान, मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल, ईई जल संस्थान प्रशान्त भारद्वाज, ईई जल निगम के एन सेमवाल, ईई लोनिवि जे एस खाती, ईई विधुत अमित आनन्द, डीडीएमओ बृजेश भट्ट सहित सम्बन्धित अधिकारी मौजुद रहे।