टिहरी : जनता की ज़मीन, वादों की नींव पर टूटा भरोसा , लामरीधार अस्पताल पर छिड़ा घमासान
टिहरी : जनता की ज़मीन, वादों की नींव पर टूटा भरोसा , लामरीधार अस्पताल पर छिड़ा घमासान

टिहरी जनपद के लामरीधार में प्रस्तावित 50 बेड के आयुष अस्पताल का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। पूर्व विधायक धन सिंह नेगी ने सोमवार को नई टिहरी में आयोजित प्रेसवार्ता में विभाग और वर्तमान जनप्रतिनिधियों के खिलाफ खुलकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाए कि अस्पताल निर्माण को जानबूझकर ठप किया गया है और अब इसे अन्यत्र स्थानांतरित करने की साजिश रची जा रही है, जो क्षेत्रीय जनता के साथ विश्वासघात है।
पूर्व विधायक ने बताया कि वर्ष 2022 में जब वे विधायक थे, तब तत्कालीन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लामरीधार में 15 करोड़ रुपये की लागत से 50 शैय्याओं वाले आयुष अस्पताल का शिलान्यास किया था। लेकिन वर्तमान विधायक किशोर उपाध्याय के कार्यकाल में इस परियोजना पर कोई प्रगति नहीं हुई। उन्होंने कहा की जनता ने अस्पताल के लिए अपनी भूमि दान दी थी, लेकिन अब उस जनभावना को दरकिनार कर अस्पताल को अन्यत्र ले जाने का षड्यंत्र किया जा रहा है।
धन सिंह नेगी ने बताया कि साइड डेवलपमेंट के नाम पर पहले ही दो करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन अस्पताल की वास्तविक इमारत का काम अब तक शुरू नहीं हो पाया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र अस्पताल निर्माण शुरू नहीं हुआ, तो खासपट्टी क्षेत्र की जनता सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी।
प्रेसवार्ता में पूर्व विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि वर्तमान विधायक गांवों के बीच फूट डालने का प्रयास कर रहे हैं। टिहरी विधायक दो गांवों के ग्रामीणों को आपस में उलझने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि स्थानांतरण का रास्ता साफ हो सके।
धन सिंह नेगी ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि विभाग इस मामले में शीघ्र हस्तक्षेप नहीं करते तो वे न्यायालय की शरण लेंगे। उन्होंने मांग की कि जनता की भावना और मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा का सम्मान किया जाए और उसी स्थान पर शीघ्र अस्पताल निर्माण कार्य शुरू किया जाए।
प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व प्रमुख बेबी असवाल, देवेंद्र बैलवाल, नरेश नेगी, दर्शन लाल, कांति राम, कीर्ति कुमाई और विक्रम उनाल सहित कई क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।