टिहरी : बांध प्रभावित ग्रामीणों का संघर्ष लाया रंग, इस गांव को मिलेगी जमीन के बदले जमीन, पढ़िए
टिहरी : बांध प्रभावित ग्रामीणों का संघर्ष लाया रंग, इस गांव को मिलेगी जमीन के बदले जमीन, पढ़िए
नई टिहरी। टिहरी बांध प्रभावित तल्ला उप्पू के ग्रामीणों का संघर्ष रंग लाया है। भारत सरकार ने वर्षों से बांध की झील में डूबी जमीन के बदले जमीन देने की मांग पर सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी है। ग्रामीणों ने सीएम, सिंचाई मंत्री और भारत सरकार का आभार जताया है।
शुक्रवार को यहां एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में थौलधार के पूर्व ब्लाक प्रमुख खेम सिंह चौहान ने बताया कि टिहरी बांध प्रभावित तल्ला उप्पू के ग्रामीण करीब 23 सालों से जमीन के बदले जमीन देने की मांग करते आ रहे थे। तल्ला उप्पू के ग्रामीणों की अधिकांश उपजाऊ जमीन बांध की झील में डूब गई थी। जबकि उनके नाम जो जमीन बच गई थी, वह गो चरान और पूरी तरह से जंगल में तब्दील हुई जमीन रह गई थी। जिससे प्रभावितों को पुनर्वास का लाभ नहीं मिल पा रहा था। ग्रामीणों की ओर से लगातार संघर्ष करने के बाद शासन-प्रशासन स्तर पर कई बार हुई जांच में ग्रामीणों की मांग को जायज मानते हुए उन्हें पुनर्वास का लाभ देने की सिफारिश की गई थी। बावजूद यह मामला लंबित पड़ा हुआ था। उन्होंने कहा कि यह मांग लगातार उठाते रहने पर सीएम पुष्कर सिंह धामी और सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने भारत सरकार में मजबूत पैरवी कर ग्रामीणों को उनका हक दिलाया है। पूर्व प्रमुख ने बताया कि भारत सरकार ने बांध प्रभावित तल्ला उप्पू के करीब 94 परिवारों को भूमि के बदले भूमि देने पर सहमति दे दी है। उन्होंने पुनर्वास निदेशालय से प्रभावितों के लिए जमीन तलाशने का काम जल्द पूरा करने की अपील की है। इस मौके पर डीएन नौटियाल, भरत सिंह नेगी, महावीर चौहान, सोबत सिंह नेगी और साब सिंह नेगी आदि मौजूद थे।