टिहरी : मानसून की पहली बारिश ने खोली चंबा और नई टिहरी पालिका की पोल, भागीरथी में बहा ट्रेचिंग ग्राउंड का कूड़ा
टिहरी : मानसून की पहली बारिश ने खोली चंबा और नई टिहरी पालिका की पोल, भागीरथी में बहा ट्रेचिंग ग्राउंड का कूड़ा

नई टिहरी, 7 जुलाई, उत्तराखंड में मानसून की पहली ही बारिश ने चंबा और नई टिहरी नगर पालिका की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। टिहरी डैम के समीप मोकरी क्षेत्र में स्थित ट्रेचिंग ग्राउंड का कूड़ा बारिश के चलते बहकर सीधे भागीरथी नदी में पहुंच गया। इससे न केवल नदी का जल प्रदूषित हुआ है, बल्कि राज्य सरकार की गंगा सफाई योजनाओं और पर्यावरणीय नियमों की खुली अवहेलना भी उजागर हुई है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, तेज बारिश के चलते ट्रेचिंग ग्राउंड की दीवारें ध्वस्त हो गईं, जिससे कूड़े का ढेर बहकर सीधे नदी में समा गया। इस कूड़े में प्लास्टिक, जैविक कचरा और अन्य हानिकारक अपशिष्ट शामिल थे। इस संबंध में नई टिहरी नगर पालिका के अध्यक्ष मोहन सिंह रावत ने कहा की मोकरी में ट्रेचिंग ग्राउंड के ऊपर जो लोक निर्माण विभाग की सड़क है वहां से बहुत ज्यादा मलबा आ रहा है और वहां से बहुत ज्यादा मलबा आने से यहां पर यह स्थिति बनी उन्होंने कहा कि आज वहां पर रोड बंद होने के कारण निरीक्षण नहीं हो पाया है जल्दी वहां पर निरीक्षण कर कार्रवाई की जाएगी।
नमामि गंगे और NGT के दिशा-निर्देशों की धज्जियाँ
गौरतलब है कि केंद्र सरकार की बहुचर्चित ‘नमामि गंगे’ योजना और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) द्वारा ठोस कचरा प्रबंधन को लेकर जारी दिशा-निर्देशों के बावजूद, ट्रेचिंग ग्राउंड की स्थिति बेहद दयनीय है। ना तो वहां वर्षा जल निकासी की कोई ठोस व्यवस्था है और ना ही कूड़े को ढकने या संरक्षित रखने के पर्याप्त इंतज़ाम।
क्या होनी चाहिए कार्रवाई?
नगर पालिकाओं की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
मोकरी ट्रेचिंग ग्राउंड का तत्काल निरीक्षण कर संरचनात्मक सुधार किए जाएं।