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टिहरी : अस्पताल में तहसील, जनता का फूटा गुस्सा, चौथे दिन भी जारी रहा धरना

टिहरी : अस्पताल में तहसील, जनता का फूटा गुस्सा, चौथे दिन भी जारी रहा धरना

जाखणीधार तहसील को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (एपीएचसी) पेटब में स्थानांतरित किए जाने के सरकारी आदेश का ग्रामीणों द्वारा कड़ा विरोध किया जा रहा है। धरना प्रदर्शन सोमवार को लगातार चौथे दिन भी जारी रहा। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह फैसला क्षेत्रवासियों के हितों के खिलाफ है और इससे स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित होंगी।

स्थानीय जनता में भारी आक्रोश

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प्रदर्शन में बड़ी संख्या में मातृशक्ति, ग्रामीण नागरिक और जनप्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। उनका कहना है कि जब पिछले 21 वर्षों से तहसील सुचारू रूप से कार्य कर रही है, तो अचानक उसे अस्पताल में शिफ्ट करने की जरूरत क्यों पड़ी? जनता की मांग है कि भाजपा सरकार और स्थानीय विधायक इस तुगलकी फरमान को वापस लें और अस्पताल को अपनी पूर्व स्थिति में सेवा देने दें।

राजनीतिक समर्थन भी मिला

मंगलवार आज कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश राणा, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट और वरिष्ठ नेता बालकृष्ण रतूड़ी ने धरना स्थल पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को समर्थन दिया। उन्होंने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इस तरह के निर्णय से जनता में असंतोष बढ़ रहा है। शांति प्रसाद भट्ट ने तंज करते हुए कहा की क्या तहसील बीमार हो गई है जो उसे अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आ गई

विकास के विकल्प सुझाए

कांग्रेस नेताओं ने सुझाव दिया कि सरकार को तहसील स्थानांतरण की बजाय पेटब-कोशियार-अखोडीसैंण मार्ग का चौड़ीकरण, डामरीकरण और सुधार करना चाहिए, जिससे तहसील तक पहुंच आसान हो सके। साथ ही, एपीएचसी पेटब को मानकों के अनुरूप अपग्रेड कर उसमें पूर्ण स्टाफ की नियुक्ति की जाए, ताकि ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।

धरने में रहे ये लोग शामिल

धरने में सावित्री देवी (प्रधान पेटब), किशोर लाल (पूर्व प्रधान), मस्तराम पेटवाल, मंगलानंद पेटवाल, गुणानन्द, महावीर प्रसाद, अजय पेटवाल, रमेश पेटवाल, संजय पेटवाल, सुषमा, अमृता देवी, बीना देवी, कस्तूरी लाल, शिवी देवी, दिनेश प्रसाद, रीना देवी, पारस, जयदेव, राजेन्द्र प्रसाद, कृपाराम, बृजादेवी, सुशीला देवी सहित अनेक ग्रामीण शामिल रहे।

ग्रामीणों ने ऐलान किया है कि जब तक आदेश वापस नहीं लिया जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।

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