टिहरी : टारजन गैंग का पर्दाफाश, मंदिर चोरी कांड के मुख्य आरोपी विशाल गिरफ्तार
टिहरी : टारजन गैंग का पर्दाफाश, मंदिर चोरी कांड के मुख्य आरोपी विशाल गिरफ्तार

टिहरी जिले के घनसाली क्षेत्र में एक बड़ी सफलता के तहत पुलिस ने कुख्यात “टारजन गैंग” के सरगना विशाल को गिरफ्तार किया है। यह गैंग मंदिरों, घरों और दुकानों में चोरी की कई घटनाओं में संलिप्त था। खास तौर पर, 15 सितंबर 2024 को ग्राम क्वीडांग स्थित मां भुवनेश्वरी देवी मंदिर में हुई चोरी के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। चोरों ने मंदिर के ताले तोड़कर चांदी के छत्र, दान पात्र से नगदी, और अन्य सामान पर हाथ साफ किया था।
गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कड़ी मेहनत
धार्मिक स्थल में चोरी की घटना ने ग्रामीणों में काफी रोष पैदा कर दिया था। इसी के चलते वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी के आदेश पर, अपर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में और क्षेत्राधिकारी के पर्यवेक्षण में थाना घनसाली, लम्बगांव, और सीआईयू शाखा की संयुक्त टीम का गठन किया गया। इस टीम ने कई दिनों की अथक मेहनत और सुराग जुटाने के बाद 18 सितंबर 2024 को विशाल को गिरफ्तार किया।
विशाल के साथ चोरी का सामान और अवैध हथियार बरामद
विशाल की गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से मंदिर से चोरी किए गए 8 चांदी के छत्र, दान पात्र से 5500 रुपये नगद, और अन्य सामान बरामद किया गया। इसके अलावा, पुलिस ने उसके पास से एक अवैध तमंचा और 315 बोर के दो कारतूस भी जब्त किए। विशाल टारजन गैंग का सरगना है और इससे पहले भी कई चोरी की वारदातों में शामिल रहा है। उसके साथियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था और विशाल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 5000 रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
गिरफ्तारी चुनौतीपूर्ण लेकिन सफल
विशाल और उसके सहयोगी घनसाली क्षेत्र के होल्टा गांव में एकांत जंगल में रहते थे। उनकी गिरफ्तारी चुनौतीपूर्ण इसलिए थी क्योंकि उनका ठिकाना मुख्य सड़क से 4 किलोमीटर दूर जंगल की चोटी पर स्थित है, जिससे वहां तक पहुंचना मुश्किल था। लेकिन पुलिस ने स्थिति का सामना करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान विशाल ने हाल ही में अगस्तमुनि बाजार, रुद्रप्रयाग स्थित गढ़वाल ज्वेलर्स में चोरी की घटना को भी स्वीकार किया है।
टारजन गैंग का आपराधिक इतिहास
विशाल और उसके भाइयों राकेश और विनोद पर घनसाली और रुद्रप्रयाग थानों में कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। इनमें 380 (चोरी), 457 (रात में घर में घुसने की साजिश) और 411 (चोरी की संपत्ति प्राप्त करना) जैसी धाराएं शामिल हैं। इस गैंग ने वर्षों से चोरी की कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है।
पुलिस की टीम की सराहनीय भूमिका
थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने इस पूरे ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। टीम में उप-निरीक्षक सुनील कुमार, रविंद्र डोभाल और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। एसओजी और लम्बगांव थाना की पुलिस ने भी इस अभियान में सहयोग किया।
इस कार्रवाई से टिहरी और आसपास के क्षेत्र में बढ़ती चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगेगा और क्षेत्र के लोग अब राहत की सांस ले रहे हैं।