टिहरी : जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक, सड़क सुरक्षा पर विशेष जोर
टिहरी : जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक, सड़क सुरक्षा पर विशेष जोर
नई टिहरी, सोमवार: जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जनपदीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सड़क सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। यह बैठक जिला कार्यालय सभागार, नई टिहरी में आयोजित की गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़कों पर उच्च गुणवत्ता के क्रैश बैरियर लगाए जाएं और थर्ड पार्टी से उनकी जांच करवाई जाए। उन्होंने सड़कों पर अच्छे साइनबोर्ड लगाने और नालियों की सफाई सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क सुरक्षा के अंतर्गत बांस के पौधारोपण को प्राकृतिक क्रैश बैरियर के रूप में अपनाया जाए। साथ ही, उन्होंने सभी स्कूलों में सड़क सुरक्षा नियमों के पालन को अनिवार्य करने और सड़कों से अनावश्यक एवं पुराने होर्डिंग्स/साइनबोर्ड हटाने के निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त, बैठक में एनएच 707 टिकोली में क्रैश बैरियर ठीक करने, बगड़धार, एनएच 58 देवप्रयाग-धोलीधार और अन्य स्थानों पर नियमित रूप से मलवा हटाने एवं ट्रीटमेंट करने, टिहरी-मलेथा रोड पर मलवा और झाड़ी कटान करने, कोटीगाड़ पुल की लोड टेस्टिंग कराने, और चंबा पुलिस लाइन सड़क पर पैचवर्क करने के निर्देश दिए गए।
पुलिस और परिवहन विभाग को संयुक्त रूप से चेकिंग अभियान चलाने और हेलमेट, ओवरलोडिंग तथा ओवर स्पीड के मामलों में चालान बढ़ाने के लिए भी कहा गया।
बैठक में सड़क सुरक्षा को लेकर विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा की गई और 170.56 करोड़ रुपये का प्रस्ताव अनुमोदित किया गया। इसमें प्रांतीय खंड लोनिवि नई टिहरी का 70.50 करोड़, अस्थायी खंड लोनिवि कीर्तिनगर का 5.26 करोड़, अस्थायी खंड लोनिवि थत्यूड़ का 91.60 करोड़ और विकास खंड लोनिवि चंबा का 3.20 करोड़ का प्रस्ताव शामिल है।
एआरटीओ सत्येन्द्र राज ने जिले में सड़क सुरक्षा और दुर्घटनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई है, लेकिन मौतों का ग्राफ कम हुआ है।
इस मौके पर सीडीओ डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, एडीएम के.के. मिश्रा, सीओ सदर औसीन जोशी, अधीक्षण अभियंता लोनिवि मुकेश परमार, एसडीएम टिहरी संदीप कुमार, एसडीएम घनसाली अपूर्वा सिंह, और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
यह बैठक सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।