टिहरी : भारतीय प्राच्य ज्ञान को समर्पित शोध पुस्तक की भेंट, उच्च शिक्षा मंत्री ने की सराहना
टिहरी : भारतीय प्राच्य ज्ञान को समर्पित शोध पुस्तक की भेंट, उच्च शिक्षा मंत्री ने की सराहना

राज्य के मा0 उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ0 धन सिंह रावत से विश्वविद्यालय के मा0 कुलपति प्रो0 एन0के0 जोशी ने शिष्टाचार मुलाकात की। कुलपति प्रो0 जोशी ने मा0 उच्च शिक्षा मंत्री जी को विश्वविद्यालय की प्रगति से अवगत कराते हुए विश्वविद्यालय में चल रहे अवस्थापना विकास कार्याें, परीक्षा परिणामों, व्यापक छात्र हित में लिये गये फैसलों, आगामी माहों में किये जाने वाली कार्ययोजनों की जानकारी उपलब्ध करायी इसी दौरान मा0 कुलपति प्रो0 एन0 के0 जोशी ने मा0 उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ0 धन सिंह रावत को मा0 कुलाधिपति/श्री राज्यपाल महोदय द्वारा दिये गये निर्देशों पर एक विश्वविद्यालय एवं शोध परियोजना के अन्तर्गत विश्वविद्यालय द्वारा तैयार की गई शोध पुस्तक ‘‘आधुनिक परिदृश्य में भारतीय प्राच्य ज्ञान परंपरा‘‘ भेंट की। प्रो0 जोशी ने विश्वविद्यालय द्वारा तैयार की गयी शोध पुस्तक के बारे में मा0 मंत्री जी को विस्तार से बताते हुए कहा कि आधुनिक प्राच्य ज्ञान संपदा के 87 शोध पत्रों का संकलन कर यह पुस्तक तैयार की गयी है। पुस्तक को सात खंडों मे विभक्त किया गया है। प्रो0 जोशी ने बताया कि यह शोध पुस्तक भारतीय प्राचीन ज्ञान को एक अमूल्य धरोहर के रूप में स्थापित करने में सहयोग करेगी जिस पर मा0 उच्च शिक्षा मंत्री ने विश्वविद्यालय की सराहना करते हुए कुलपति प्रो0 एन0 के0 जोशी की अत्यधिक प्रशंसा की। मा0 उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा किया गया यह शोध कार्य उत्तराखण्ड को ज्ञान के क्षेत्र में नई पहचान दिलाने में मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही मा0 कुलपति प्रो0 जोशी ने अपने 02 वर्षाें (अप्रैल 2023 से मार्च 2025 तक ) के कार्यकाल जिसमें विश्वविद्यालय के अभिनव प्रयास एवं उत्कृष्ट कार्यों के समावेश से संकलित काॅफीटेबल बुक मा0 उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ0 धन सिंह रावत को भेंट की। काॅफीटेबल बुक पर विश्वविद्यालय द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्याें का अवलोकन कर उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि कुलपति प्रो0 एन0के0 जोशी का कार्य अत्यन्त प्रशंसनीय है तथा उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय निरन्तर नये-नये आयामों को स्थापित कर रहा है साथ ही शैक्षणिक उत्कृष्टता एवं नवाचार में प्रदेश के अग्रणी विश्वविद्यालयों में शामिल है।