टिहरी : टिहरी विधायक की मांग को सीएम ने दी सहमति, विधायक ने सीएम का जताया आभार
टिहरी विधायक के फेसबुक से
जीवन को पूर्णता प्रदान करने वाली माँ सिद्धि दात्री आप सबका कल्याण करें।
मैं मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी का आभारी हूँ कि उन्होंने नव रात्रि, विजय दशमी और राज्य स्थापना दिवस के पूर्व अस्थायी राजधानी में मुझे टिहरी के स्तुत्य मतदाता के आशीर्वाद से विधायक निर्वाचित होने के फलस्वरूप आबंटित आवास को निरस्त करते हुये मेरी विधान सभा के हृदय स्थल नई टिहरी में आवास आबंटित करने के मेरे आग्रह को सहमति प्रदान कर दी है।
मुझे विश्वास है, मेरे इस गिलहरी जैसे प्रयास से राज्य आंदोलन की भावना की रक्षा को बल मिलेगा।
उत्तराखंड में कहीं भी, किसी भी रूप में अगर कुछ अच्छा नहीं होता है तो मुझे आत्मिक कष्ट होता है, क्योंकि राज्य निर्माण और उसके उपरान्त हर मोड़ पर मेरी भूमिका किसी न किसी रूप में रही है।
अगर, यह कहूँ कि यदि मैं उत्तराखंड के जनक इन्द्रमणि बड़ोंनी जी और उनके साथियों को दो बार यशस्वी नेता राजेश पायलेट जी से न मिलवाता तो आज अलग राज्य के रूप में हमारा अस्तित्व होता या न होता?
इसका आकलन संभवतः भविष्य में इतिहासकार करेंगे।
या
2000 में रातों-रात या सुबह-सुबह प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष का फ़ैसला न करवाता तो शायद सध्यजात प्रदेश में निर्वाचित सरकारों का इतिहास कुछ और होता?
आज भी गाँधी जयन्ती और राज्य आंदोलन के अहम मुक़ाम 2 अक्टुबर और कुछ वर्षों के अन्तराल के बाद जब राज्य अपनी रजत जयन्ती मनायेगा, पूर्ण यौवन सम्पन्न हो जायेगा।
एक छोटी सी लकीर जन प्रतिनिधियों के आलोक में खींची है कि हमें अपने निर्वाचन क्षेत्रों में ही रहना चाहिये और राज्य के हर वर्ग विशेषतः प्रबुद्ध वर्ग ने इस कदम को आशीर्वाद प्रदान किया है, जिसमें मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, मैं आप सबका आभारी हूँ।