टिहरी : रुद्रपुर में महिला कांग्रेस का शांतिपूर्ण प्रदर्शन बना हिंसा का शिकार, विरोध में महिला कांग्रेस ने किया पुतला दहन, पढ़िए खबर
टिहरी : रुद्रपुर में महिला कांग्रेस का शांतिपूर्ण प्रदर्शन बना हिंसा का शिकार, विरोध में महिला कांग्रेस ने किया पुतला दहन, पढ़िए खबर
उत्तराखंड के रुद्रपुर में हाल ही में घटित एक घटनाक्रम ने प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला और उनके साथियों द्वारा एक नर्स के साथ हुए बलात्कार और हत्या के खिलाफ शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया जा रहा था, जो पुलिस की बर्बरता का शिकार हो गया।
इस घटना ने राज्य के प्रशासन और पुलिस विभाग की छवि को गंभीर रूप से धूमिल कर दिया है। आरोप है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के साथ तानाशाही रवैया अपनाते हुए ज्योति रौतेला समेत कई महिला कांग्रेस नेत्रियों के साथ मारपीट की। पुलिस के पुरुष जवानों ने लाठियों और हाथों से महिलाओं पर हमला किया, जिससे स्पष्ट होता है कि उत्तराखंड में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति कितनी चिंताजनक है।
इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा ने कहा कि यह घटना प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। उन्होंने कहा, “इससे साफ होता है कि उत्तराखंड में पुलिस महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने में कितनी विफल है। अंकिता भंडारी जैसे मामले और अन्य बेटियों के साथ पुलिस का व्यवहार भी इसी से समझा जा सकता है।”
महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष आशा रावत और बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष ममता उनियाल ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि तथाकथित “डबल इंजन” सरकार के तहत बहन-बेटियों की सुरक्षा की हालत दयनीय हो गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री विजय गुनसोला और प्रदेश सचिव सैयद मुशर्रफ अली ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “उत्तराखंड में सरकार का नैतिक पतन हो चुका है। जिस प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, वहां पुलिस प्रशासन सरकार के शह पर घृणित कृत्यों में संलिप्त हो रहा है। ऐसे पुलिसकर्मियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।