टिहरी : डायट में आयोजित पीएसी बैठक: शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और छात्रों के सर्वांगीण विकास पर जोर
टिहरी : डायट में आयोजित पीएसी बैठक: शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और छात्रों के सर्वांगीण विकास पर जोर
टिहरी गढ़वाल, 25 मई
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) सभागार कक्ष में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में कार्यक्रम परामर्शी समिति (पीएसी) की बैठक संपन्न हुई। बैठक में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बैठक में कहा, “एक बच्चे के जीवन में शिक्षक का उतना ही महत्व है जितना शिक्षक के जीवन में डायट का है।” उन्होंने बताया कि डायट की स्थापना राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार की गई है, और इसके उच्च गुणवत्ता वाले कार्यों से शिक्षा का स्तर बढ़ाने में कोई रोक नहीं हो सकती।
बैठक में विगत वर्ष के कार्यों की समीक्षा की गई। इसमें कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों के गणित कौशल विकास के लिए गत्ते और प्लास्टिक से बने उपकरणों के उपयोग का उल्लेख किया गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि इन छात्रों की तुलना अन्य स्कूलों के छात्रों से की जाए जिन्होंने इस प्रकार की गतिविधियों में भाग नहीं लिया है।
जिलाधिकारी ने इस वर्ष की योजना अभी से तैयार करने के निर्देश दिए और जुलाई से इस पर कार्य प्रारंभ करने का आह्वान किया। उन्होंने टिहरी की विरासत पर आधारित परियोजनाओं और सफलता की कहानियों को छात्रों तक पहुंचाने का सुझाव दिया ताकि छात्र अपने रुचि के क्षेत्रों में लक्ष्य बना सकें।
डायट का यूट्यूब चैनल, [डायट टिहरी गढ़वाल](https://youtube.com/@diettehrigarhwaluttarakhand?si=4914ZEbitOICrYPQ), के माध्यम से रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी साझा की जाती है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि स्कूलों में होने वाले नए कार्यों का प्रचार-प्रसार भी मीडिया के माध्यम से किया जाए।
उन्होंने छात्रों के लिए कृषि, उद्यान, और बागवानी जैसे क्षेत्रों में सफल किसानों के कार्यों का निरीक्षण करवाने और जिला मुख्यालय पर एक वृहद कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश भी दिए। कार्यशाला में मुख्यतः शिक्षक, छात्र-छात्राएं, और सफल लोग शामिल होंगे।
जिलाधिकारी ने कहा, “आज के दौर में रोजगार उत्पन्न करना भी अति महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। छात्रों की समय-समय पर काउंसलिंग कर उनकी स्किल्स को उभारना आवश्यक है।”
बैठक में डायट प्राचार्य ने सफाई कर्मी, कंप्यूटर संचालन, और पुस्तकालय संबंधी प्रस्ताव रखे, जिन्हें जिलाधिकारी ने मानकों के अनुसार कार्य करने के निर्देश दिए। कुल 72.40 लाख रुपये की धनराशि विभिन्न कार्यों के लिए स्वीकृत की गई।
इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी एसपी सेमवाल, प्राचार्य हेमलता भट्ट, अजय कुमार चौरसिया, प्रमोद पैन्यूली, जगमोहन मखलोगा, राजेंद्र प्रसाद बडोनी, देव सिंह भंडारी, दिनेश चंद्र, सरिता असवाल सहित डायट और विभिन्न शिक्षण संस्थानों के कर्मचारी उपस्थित थे। बैठक के दौरान प्रशिक्षु छात्रों द्वारा तैयार किए गए एक सेल्फी पॉइंट पर जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों ने सेल्फी भी ली।