टिहरी : इन अधिकारियों को लापरवाही पड़ी भारी, डीएम ने किया स्पष्टीकरण तलब, जानिए क्या है मामला
टिहरी : इन अधिकारियों को लापरवाही पड़ी भारी, डीएम ने किया स्पष्टीकरण तलब, जानिए क्या है मामला
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सोमवार को जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ जनपद में संचालित विभिन्न योजनाओं एवं क्रियाकलापों से संबंधित बैठक लेते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। जिला उद्यान अधिकारी का थत्यूड़ में कोल्ड स्टोरेज आंवटन को लेकर लापरवाही बरतने पर, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग नई टिहरी का सीएम हेल्पलाइन में दर्ज लम्बित शिकायतों के निस्तारण में धीमी प्रगति पर स्पष्टीकरण तलब किया गया।
जिला कलेक्ट्रेट सभागार नई टिहरी में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को सीएम हेल्पलाइन, तहसील दिवस, बीडीसी बैठक में दर्ज लम्बित शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए समयान्तर्गत निस्तारित करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही ‘सरकार जनता के द्वार‘ में दर्ज शिकायतों के संबंध में ऑनरशिप लेते हुए संबंधित विभाग से समन्वय कर समस्याओं का समाधान करने को कहा गया। इसके साथ ही सेवा का अधिकार एवं अनुशासित प्रदेश से संबंधित रिपोर्ट/आख्या निर्धारित प्रारूप पर प्रत्येक माह समय से उपलब्ध कराने, बंदरों से निजात दिलाने को लेकर प्राथमिकता पर कार्य करने के निर्देश सभी संबंधित अधिकारियों को दिये गये।
जिला सेक्टर/राज्य सेक्टर/केन्द्र पोषित योजना/वाह्य सहायतित योजनाओं एवं बीस सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए विभिन्न योजनाओं के तहत पुराने लम्बित बीजकों का भुगतान करने तथा वर्तमान वित्तीय वर्ष में किये जाने वाले निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करते हुए वित्तीय एवं भौतिक प्रगति लाने को कहा गया। इसके साथ बीस सूत्री कार्यक्रम में ‘डी‘ श्रेणी में आने वाले विभागों को कार्यक्रम को गंभीरता से लेते हुए ‘ए‘ श्रेणी लाने को को कहा गया। जिलाधिकारी द्वारा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से जनपद में वर्तमान में संचालित एवं नये बनाये जाने वाले गोसदनों एवं संचालन हेतु दी जाने वाली धनराशि की जानकारी लेते हुए सभी एसडीएम को मौके पर जाकर विजिट करने तथा संचालित गोसदनों को उपलब्ध कराई प्रथम किश्त की धनराशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने का कहा गया, ताकि द्वितीय किश्त समय से जारी की जा सके।
जिलाधिकारी द्वारा प्रवासी उत्तराखण्डी देव रतूड़ी द्वारा गोद लिये जनपद टिहरी ब्लॉक भिलंगना के सुनारगांव तथा कैमरिया सौंण गांव को मॉडल गांव के रूप में विकसित करने को लेकर अद्यतन प्रगति की जानकारी ली गई। डीडीओ ने अवगत कराया कि गांवों के घरों में एकरूपता रंग-रोगन, सामुदायिक भवन, सोलर लाइट आदि को लेेकर इस्टीमेट बना लिये गये हैं, तटबन्ध का काम शुरू हो चुका है, मनरेगा के माध्यम से फल पौधारोपण हेतु योजना तैयार कर ली गई है। आजीविका हेतु 03 आवेदन होमस्टे के लिए प्राप्त हुए हैं। इसके साथ ही सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों को आपदा क्षति के इस्टीमेट डीडीएमओ को उपलब्ध कराने, आपदा प्रभावित तिनगढ़ गांव के विद्यार्थियों के स्कूलों में अध्यनरत संबंधी प्रमाण पत्र संबंधित बीईओ से प्राप्त करने तथा आंगनवाड़ी में पंजीकृत गर्भधात्री महिलाओं एवं शिशुओं का अन्य आंगनवाड़ी में पंजीकरण संबंधी प्रमाण पत्र संबंधित सीडीपीओ से प्राप्त करने को कहा गया।
जिलाधिकारी ने बताया कि टीएचडीसी इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों को जिला प्रशासन के साथ इंटर्नशिप के लिए चुना गया था। जिलाधिकारी ने छात्रों द्वारा उपलब्ध कराये गये 06 प्रोजेक्ट यथा जंगल की आग से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए एलओटी प्रौद्योगिकी का उपयोग, पहाड़ी हाट ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों को शहरी बाजारों से जोड़ना तथा एग्री-कनेक्ट, सरकारी कार्यों के लिए अंशकालिक आधार पर छात्रों को भर्ती करने के लिए पोर्टल, तीर्थयात्रा सड़कों पर यातायात भीड़ प्रबन्धन प्रणाली आदि पर संबंधित अधिकारियों को अध्ययन करने एवं अमल में लाने को कहा गया।
बैठक में सीडीओ डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, पीडी डीआरडीए पुष्पेन्द्र सिंह चौहान, डीडीओ मो. असलम, एसटीओ मनोज कुमार पाण्डेय, सीएमओ डॉ. श्याम पाण्डेय, एसडीएम टिहरी संदीप कुमार, एसडीएम घनसाली अपूर्वा सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।