टिहरी : ऑपरेशन स्माइल टीम ने उत्कृष्ट कार्यों से की एक और मिसाल कायम, जानिए क्या है मामला
टिहरी : ऑपरेशन स्माइल टीम ने उत्कृष्ट कार्यों से की एक और मिसाल कायम, जानिए क्या है मामला

आज ऑपरेशन स्माइल टीम जनपद टिहरी गढ़वाल ने अपने उत्कृष्ट कार्यों से एक और मिसाल कायम की। हेड कांस्टेबल मनोज शर्मा ने दो बिछड़े बुजुर्गों को उनके साथियों से मिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हेड कांस्टेबल मनोज शर्मा जब हरिद्वार के पैंट डीप पार्किंग में गुमशुदा लोगों की तलाश कर रहे थे, तब उन्होंने 57 वर्षीय गुड्डी देवी और 75 वर्षीय परीक्षित यादव को रोते हुए और परेशान हालत में पाया। दोनों बुजुर्ग अपने यात्रियों के समूह से बिछड़ गए थे। गुड्डी देवी और परीक्षित यादव ने बताया कि वे मनसा देवी से यात्रा करके लौट रहे थे और किसी का भी मोबाइल नंबर नहीं जानते थे क्योंकि वे अनपढ़ हैं।
गुड्डी देवी के पति का नाम रामचंद्र यादव और परीक्षित यादव के पिताजी का नाम स्वर्गीय सूर्य देव यादव है। दोनों मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के तिग्रही गांव के निवासी हैं और आपस में समधी-समधन हैं।
हेड कांस्टेबल मनोज शर्मा ने इन बुजुर्गों को अपने साथ ऑटो में बैठाकर हरिद्वार की सभी पार्किंग में घुमाया। काफी खोजबीन के बाद, उन्होंने शंकराचार्य चौक के पास उनके साथी हजरत यादव को ढूंढ निकाला। हजरत यादव ने गुड्डी देवी और परीक्षित यादव की पहचान की और उन्हें उनके सुपुर्द कर दिया गया।
हेड कांस्टेबल ने यात्रियों को सलाह दी कि वे अपने साथियों और रिश्तेदारों का ध्यान रखें और विशेषकर अनपढ़ व्यक्तियों के गले में एक कार्ड पहनाएं जिसमें नाम, पिताजी का नाम, घर का पता और मोबाइल नंबर लिखा हो ताकि बिछड़ने की स्थिति में आसानी से संपर्क किया जा सके।
गुड्डी देवी और परीक्षित यादव अपने साथी से मिलकर बहुत खुश हुए और उन्होंने उत्तराखंड पुलिस व ऑपरेशन स्माइल टीम जनपद टिहरी गढ़वाल का धन्यवाद करते हुए उनकी भूरी-भूरी प्रशंसा की।
इस घटना ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि उत्तराखंड पुलिस और ऑपरेशन स्माइल टीम जनपद टिहरी गढ़वाल गुमशुदा लोगों को उनके परिजनों से मिलवाने में सदैव तत्पर और सफल रहती है।