टिहरी नगर पालिका चुनाव, दावेदारों की भरमार, सर्द मौसम में सियासी गर्मी चरम पर
टिहरी नगर पालिका चुनाव, दावेदारों की भरमार, सर्द मौसम में सियासी गर्मी चरम पर
टिहरी नगर पालिका चुनाव की सुगबुगाहट आरक्षण अधिसूचना जारी होते ही तेज हो गई है। जिले की सबसे बड़ी और अहम नगर पालिका में राजनीतिक सरगर्मियां चरम पर हैं। अध्यक्ष पद सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित होने के बाद दावेदारों की कतार लंबी हो गई है। सर्दी के इस मौसम में चुनावी माहौल में गर्मी का एहसास होना तय है।
नई टिहरी नगर पालिका का चुनावी महत्व
टिहरी जिले में पांच नगर पालिकाओं में नई टिहरी नगर पालिका सबसे बड़ी है। जनसंख्या, वोटरों और क्षेत्रफल के लिहाज से यह चुनाव राजनीतिक दलों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। कुल 11 वार्डों में 23,587 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 10,226 महिला मतदाता, 13,356 पुरुष मतदाता और 5 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।
अध्यक्ष पद के प्रमुख दावेदार
अध्यक्ष पद सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित होने के कारण सभी दलों से दावेदारों की संख्या बढ़ गई है।
भाजपा (भारतीय जनता पार्टी): मस्ता सिंह नेगी, विजय कठैत और अनुसूया नौटियाल जैसे नाम प्रमुखता से सामने आ रहे हैं।
कांग्रेस (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस): कुलदीप पंवार, देवेंद्र नौडियाल और गंगा भगत सिंह मैदान में हैं।
निर्दलीय दावेदार: पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहन सिंह रावत और पूर्व पालिकाध्यक्ष उमेश चरण गुसाईं विक्रम सिंह कठैत भी मजबूती से ताल ठोक रहे हैं।
कड़ा मुकाबला और बढ़ेगा
राजनीतिक पंडितों की मानें तो आचार संहिता लागू होने के बाद दावेदारों की संख्या में और इजाफा होगा।
चुनावी मुद्दे और जनता की उम्मीदें
नई टिहरी नगर पालिका में कई समस्याएं बरसों से लंबित हैं, जिन पर मतदाता इस बार जवाब मांगेंगे। पानी की किल्लत, सड़कें, सफाई व्यवस्था और शहर के विकास जैसे मुद्दे चुनावी चर्चा के केंद्र में हैं। इसके अलावा, नगर के युवा रोजगार और बेहतर सुविधाओं की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
कड़ाके की सर्दी में चुनावी गर्मी चरम पर
नई टिहरी नगर पालिका का चुनाव न केवल टिहरी जिले, बल्कि प्रदेश की राजनीति के लिए भी संकेत देने वाला साबित हो सकता है। सर्द मौसम के बावजूद चुनावी सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं, जिससे क्षेत्र में राजनीतिक माहौल गरमा गया है।