टिहरी : पीड़ित की FIR ना लिखना बर्दाश्त नहीं, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने किया महिला हेल्प डेस्क का औचक निरीक्षण
जौरासी, यम्केश्वर से एक कार्यक्रम के दौरान ऋषिकेश लौटते हुए उत्तराखंड राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष श्रीमती कुसुम कंडवाल ने मुनि की रेती पुलिस थाने में स्थित महिला हेल्प डेस्क का औचक निरीक्षण किया और वहां उपस्थित केस डायरी देखी।
उन्होंने कहा कि आज कल उनके पास ऐसी अनेक शिकायतें आ रही है कि यदि कोई भी लोग दल बल के साथ आतें है तो उसकी तो शिकायत दर्ज हो जाती है परन्तु अकेले आने वाली पीड़ित महिला की शिकायत पर ध्यान नही दिया जाता और तो और उसकी समस्या पर भी ध्यान नही दिया जाता है। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी महिला की शिकायत महिला आयोग के पास आयी कि उसकी सुनवाई थाने या चौकी में नही हो रही है उसकी एप्लिकेशन या FIR नही लिखी जा रही है तो यह ठीक नही होगा ऐसे मामलों को महिला आयोग बिल्कुल भी बर्दाश्त नही करेगा । महिला आयोग अध्यक्ष ने कहा कि क्षेत्र में महिला उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए पुलिस को समय समय पर दूरस्थ क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम करें और महिलाओं की शिकायतों पर सुनवाई कर कार्यवाही करें।
शनिवार को महिला आयोग की अध्यक्ष मुनिकी रेती थाना पहुंचीं। कोतवाली में महिला डेस्क पर तैनात महिला कर्मियों से रजिस्टर की जानकारी ली। महिला आयोग की अध्यक्षा श्रीमती कण्डवाल ने कहा कि पहाड़ की सीधी साधी महिलाएं पुलिस की वर्दी को देखकर पहले ही घबराती हैं ऊपर से पुलिस कर्मियों की कड़क भाषा के कारण वे अपनी परेशानी या समस्या बता नही पाती हैं। पुलिस को आवश्यकता है कि ऐसी पीड़ित महिलाओं से सौम्यता से सरलता से बात कर इनकी परेशानी व समस्या को सुनकर उनकी हर संभव सहायता हेतु कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि बहुत शिकायतें ऐसी होती है कि जिनमे जबतक महिला आयोग सख्ताई नही करता उनमे तबतक पुलिस कोई कार्यवाही नही करती जो कि बहुत ही गलत है।
उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि पुलिस अधिकारियों को कार्यप्रणाली सुधारने की आवश्यकता है उन्होंने थाने चौकी में आने वाली सभी पीड़ित महिलाओं की शिकायतें दर्ज करने, महिलाओं व पीड़िता के साथ काउंसलिंग में मधुर व सौम्य व्यवहार करने की के निर्देश दिए। इस मौके पर प्रभारी निरीक्षक पुलिस थाना मुनि की रेती रितेश शाह, उप निरीक्षक पिंकी तोमर, सहित अनेक पुलिस कार्मिक उपस्थित रहे।