टिहरी : डीएम की मेहनत लाई रंग, इस कार्यक्रम में टिहरी को मिला प्रथम स्थान
टिहरी : डीएम की मेहनत लाई रंग, इस कार्यक्रम में टिहरी को मिला प्रथम स्थान
विकास की मार्गदर्शक बीस सूत्रीय कार्यक्रम में जनपद टिहरी गढ़वाल ने अप्रैल, 2022 से फरवरी, 2023 तक प्रदेश के समस्त 13 जनपदों में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
इस आशय की जानकारी देते हुए मुख्य विकास अधिकारी टिहरी गढ़वाल मनीष कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में जनपद के समस्त संबंधित विभागों द्वारा बीस सूत्रीय कार्यक्रम के अन्तर्गत गरीबी हटाओ, जन शक्ति, किसान मित्र, श्रमिक कल्याण, खाद्य सुरक्षा, सबके लिए आवास, शुद्ध पेयजल, जन-जन का स्वास्थ्य, सबके लिए शिक्षा, अनुसूचित जाति/जनजाति/अल्पसंख्यक एवं अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण, महिला कल्याण, बाल कल्याण, युवा विकास, बस्ती सुधार, पर्यावरण सुरक्षा एवं वन वृद्धि, सामाजिक सुरक्षा, ग्रामीण सड़क, ग्रामीण ऊर्जा, पिछड़ा क्षेत्र विकास तथा ई-शासन में बेहत्तर कार्य किये गये।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि बीस सूत्री कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद टिहरी ने 29 मदों में ‘ए‘ श्रेणी प्राप्त कर प्रदेश के समस्त 13 जनपदों में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इन मदों में एन०आर०एल०एम०-नवगठित एवं पुनर्जीवित किये गये स्वयं सहायता समूह, एन०यू०एल०एम० के अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूह, एन०आर०एल०एम० रिवाल्विंग फण्ड प्राप्त स्वयं-सहायता समूह, एन०आर०एल०एम० सामुदायिक निवेश फण्ड प्राप्त स्वयं सहायता समूह, कुल सी०आई०एफ० में से आय अर्जित करने वाले स्वयं सहायता समूह, एन०आर०एल०एम०-कुल सी०आई०एफ० महिला स्वयं सहायता समूह में से बैंक क्रेडिट लिंक करने वाले समूह, एन०यू०एल०एम० स्वरोजगार से लाभान्वित लाभार्थी, राजकीय सिंचाई, लघु सिंचाई सिंचन क्षमता सृजन, एन०एफ०एस०ए० एन०एफ०एस०ए० ए०ए०वाई० एन०एफ०एस०ए०-प्राथमिक परिवार, एस०एफ०एस०वाई०-टाईड ओवर, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), प्रधानमंत्री आवास योजना (नगरीय), रूटीन टीकाकरण, ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मित व्यक्तिगत पारिवारिक शौचालय, अनुसूचित जाति परिवारों को आर्थिक सहायता, आई०सी०डी०एस० परियोजना (संचयी) कियाशील आंगनबाड़ी (संचयी), सॉलिड एण्ड लिक्विड़ वेस्ट मैनेजमेन्ट(शहरी क्षेत्र)-कचडा एकत्रीकरण/निस्तारण करने वाले वार्ड, वन व सार्वजनिक भूमि पर वृक्षारोपण (क्षे०), वन व सार्वजनिक भूमि पर रोपित पौंध (सं०), बायोगैस संयंत्रों की स्थापना, बिजली मांग के सापेक्ष आपूर्ति, लघु उद्यमों की स्थापना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से लाभान्वित लाभार्थी सूची प्रकाशन, शुद्ध जमा धनराशि (राष्ट्रीय बचत) शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी द्वारा जनपद के दूरस्त क्षेत्रों तक इन योजनाओं का निर्वाध प्रचार-प्रसार एवं क्रियान्वयन हेतु पर्याप्त मार्गदर्शन प्राप्त हुआ, जिससे जनपद के लोगों को इन योजनाओं का लाभ हुआ। उन्होंने कहा कि जहां स्वास्थ्य के क्षेत्र में जिलाधिकारी द्वारा समय-समय पर निरीक्षण किया जाता रहा है, वहीं शुद्ध पेयजल की प्रगति पर भी निरन्तरता बनाये रखने के चलते बेहत्तर कार्य किये गये। इसके साथ ही जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं यथा बाल कल्याण, युवा वर्ग विकास, गरीब कल्याण योजना आदि योजनाओं पर लगातार सभी विभागों के साथ लगातार समीक्षा बैठकें आयोजित करते हुए यह उपलब्धि हांसिल की गई। उन्होंने बताया कि इसके अलावा जनपद ने 02 मदों में ‘बी‘ श्रेणी तथा 01 मद में ‘सी‘ श्रेणी प्राप्त की है।