Tehri Garhwal

टिहरी : डीएम का बड़ा एक्शन, इस राजस्व उप निरीक्षक को किया सेवा से बर्खास्त, जानिए क्या है मामला

टिहरी : डीएम का बड़ा एक्शन, इस राजस्व उप निरीक्षक को किया सेवा से बर्खास्त, जानिए क्या है मामला

तहसील बालगंगा, जनपद टिहरी गढ़वाल के राजस्व उप निरीक्षक धर्मानन्द मंमगाई को उत्तरांचल राज्य कर्मचारी आचरण नियमावली 2002 के अंतर्गत सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। उन पर लगातार सरकारी कार्यों में लापरवाही, मदिरापान कर कार्यालय में उपस्थित होने और अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने के गंभीर आरोप थे।

कई बार दी गई चेतावनी, फिर भी नहीं सुधरे

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा जारी आदेश के अनुसार, धर्मानन्द मंमगाई को पहले भी उनके अनुचित आचरण के लिए कई बार चेतावनी दी गई थी। 26 अप्रैल 2024 को, उत्तरांचल सरकारी सेवकों (अनुशासन एवं अपील) नियमावली 2023 के तहत उन्हें ‘एक वर्ष की वेतनवृद्धि संचयी प्रभाव के साथ रोकने’ का दण्ड दिया गया था। लेकिन इस कठोर दण्ड के बावजूद भी उनकी कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आया।

अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्रवाई

उप जिलाधिकारी, घनसाली की रिपोर्ट के आधार पर, यह निर्णय लिया गया कि धर्मानन्द मंमगाई द्वारा उत्तरांचल राज्य कर्मचारी आचरण नियमावली 2002 के नियम 4-क (क) एवं (ख) का लगातार उल्लंघन किया जा रहा था। इस अनुशासनहीनता के कारण, उन्हें उत्तरांचल सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली 2003 के तहत शास्तियां नियम 3 (ख) दीर्घ शास्तियां (चार) के अंतर्गत सेवा से पदच्युत किया गया है।

विभाग में मचा हड़कंप

इस सख्त कार्रवाई से पूरे राजस्व विभाग में हलचल मच गई है। अधिकारियों ने इसे सरकारी सेवा के प्रति जिम्मेदारी और अनुशासन की अवहेलना के खिलाफ एक स्पष्ट संदेश माना है। जिलाधिकारी ने इस कदम को कर्मचारियों के लिए एक सख्त चेतावनी बताया है कि कोई भी अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

लोक सेवक के पद की गरिमा पर सवाल

यह घटना एक बार फिर से सरकारी सेवा में अनुशासन और जिम्मेदारी की महत्ता को रेखांकित करती है। राजकीय कार्यों और जनता की सेवा में लगे लोक सेवकों से उम्मीद की जाती है कि वे अपने कर्तव्यों का पालन पूरी ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ करेंगे। धर्मानन्द मंमगाई का आचरण इस मानदंड से कोसों दूर था, जिसके कारण यह कड़ा कदम उठाया गया।

इस घटना ने सरकारी तंत्र में कार्यरत अन्य कर्मचारियों को भी यह याद दिलाया है कि अनुशासनहीनता और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार के लिए कोई जगह नहीं है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button