टिहरी : डीएम ने यहां की नाराजगी व्यक्त, दिए ये बड़े निर्देश
जिला बाल कल्याण समिति की बैठक आज जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डॉ. सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में आयोजित की गई। सर्वप्रथम गत बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुपालन में की गई कार्यवाही पर समीक्षा की गई, जिसमें बताया गया कि ट्वीटर एवं फेसबुक पेज बनाकर उसमें सभी जानकारियां अपडेट की जा रही है।
जिलाधिकारी द्वारा वात्सलय योजना, पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना, स्पॉनसरशिप योजना, विवेकाधीन कोष योजना के तहत बच्चों की दी जाने वाली धनराशि की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली गई। कहा कि बाल कल्याण समिति द्वारा चिन्ह्ति बच्चों की देख-रेख एवं संरक्षण को लेकर सजग रहे तथा इन बच्चों के बेहत्तर संरक्षण के लिए स्वैच्छिक मदद हेतु समिति अपना बैंक एकाउंट बनाकर अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों एवं गणमान्य लोगों को बैंक एकाउंट नम्बर शेयर करें, ताकि अधिक से अधिक लोग अपना सहयोग प्रदान कर सकें। कहा कि विवेकाधीन कोष के तहत चिन्ह्ति 22 बच्चों की पुनः समीक्षा कर लें, इन बच्चों को मार्च, 2024 तक योजना से जोड़े रखने की बात कही गई। कहा कि स्पॉनसरशिप योजना, विवेकाधीन कोष एवं अन्य योजना के तहत बाल कल्याण समिति को यदि हेल्थ से संबंधित प्रकरण प्राप्त होते हैं, तो उनमें सबसे पहले आयुष्मान कार्ड बनवा लें तथा ऐसे प्रकरण जिन पर त्वरित कार्यवाही की जानी अपेक्षित हो, उनका प्रकार देखकर आवश्यकतानुसार एकमुश्त प्रबंधित कर सकते हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि स्पॉनसरशिप योजना के तहत चिन्ह्ति 49 बच्चों की भी समीक्षा कर लें। बाल कल्याण समिति के सदस्यों द्वारा ऐसे बच्चों के संरक्षकों के सम्मान एवं बच्चों को प्रोत्साहित करने हेतु बजट की मांग गई, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा डीपीओ को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी द्वारा गत बैठक मंे दिये गये निर्देशों के क्रम में चाइल्ड लाइन 1098 में रिकोर्डर न लगाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की गई।
बैठक में डीपीओ शाहिब हुसैन, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति टिहरी गढ़वाल रमेश चन्द्र रतूड़ी, सदस्य बाल कल्याण समिति लक्ष्मी प्रसाद उनियाल, रागिनी भट्ट, अमिता रावत, महिपाल सिंह नेगी, लेखाकार कुमुद उनियाल, बाल संरक्षण इकाई से विनीता उनियाल व सुखदेव बहुगुणा सहित अन्य संबंधित उपस्थित रहे।