टिहरी : बांध विस्थापित को मिला हवा में भूखण्ड, विभाग की अनदेखी से जिंदगी बेहाल
टिहरी : बांध विस्थापित को मिला हवा में भूखण्ड, विभाग की अनदेखी से जिंदगी बेहाल
टिहरी बांध परियोजना के तहत विस्थापित चन्दन सिंह, निवासी ग्राम नकोट, तहसील प्रतापनगर, टिहरी, आज भी अपने हक के लिए संघर्ष कर रहे हैं। पुनर्वास नीति के तहत चन्दन सिंह को रोशनाबाद, जनपद हरिद्वार में कृषि भूखण्ड संख्या-239 का आवंटन किया गया था। विभाग द्वारा उन्हें कब्जा प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया, लेकिन जब चन्दन सिंह उक्त भूखण्ड पर पहुँचे, तो उन्हें पता चला कि वह भूखण्ड धरातल पर मौजूद ही नहीं है।
इसको लेकर आज विस्थापित चंदन सिंह जिलाधिकारी से मिला
चन्दन सिंह, जो पैरालाईज बीमारी से पीड़ित हैं और अनपढ़ हैं, ने कई बार विभाग को पत्र लिखकर गुहार लगाई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा भी पुष्टि की गई है कि भूखण्ड धरातल पर उपलब्ध नहीं है।
चन्दन सिंह ने कहा कि विभाग द्वारा उन्हें केवल आश्वासन दिया जा रहा है और उन्हें गुमराह किया जा रहा है। बीमारी के कारण वह बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने में असमर्थ हैं। उन्होंने पुनर्वास विभाग से मांग की है कि उन्हें अन्य स्थान पर वैकल्पिक कृषि भूमि आवंटित की जाए, ताकि वह खेती कर सकें और अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।
टिहरी बांध विस्थापितों की समस्याओं को लेकर लंबे समय से सवाल उठते रहे हैं, लेकिन आज भी कई विस्थापित परिवार न्याय के लिए भटकने को मजबूर हैं। चन्दन सिंह का मामला पुनर्वास नीति के क्रियान्वयन पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। हालांकि चंदन सिंह के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से इस मामले को लेकर मिलने से न्याय की उम्मीदें जगी है।
अब देखना यह है कि प्रशासन चन्दन सिंह की इस समस्या का समाधान कब तक करता है।