टिहरी : मुख्य विकास अधिकारी ने तहसीलदार को, यहां दिए कार्यवाही करने के निर्देश
आपदा प्रभावित क्षेत्र ग्राम कोठार कीर्तिनगर की वर्तमान स्थिति की
जानकारी लेने हेतु जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डॉ. सौरभ गहरवार के दिशा
निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार एवं अपर जिलाधिकारी रामजी
शरण शर्मा शुक्रवार को आपदा प्रभावितों से मिले तथा प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया।
दिनांक 19 एवं 20 अगस्त, 2022 को अतिवृष्टि एवं भूस्खलन से ग्राम कोठार में आपदा से किशोरी लाल एवं सरोजनी देवी पत्नी स्व. वसुलाल के परिवार काफी प्रभावित हुए। मुख्य विकास अधिकारी शुक्रवार को धद्दी घण्डियाल ग्राम पंचायत मालगढ़ी में आयोजित बहुउद्देशीय शिविर के पश्चात् ग्राम
कोठार पहुंचकर आपदा प्रभावित परिवारों से मिलकर उनसे वार्ता की। इस दौरान उन्होंने आपदा प्रभावितों से उनकी वर्तमान परिस्थिति तथा मूलभूत सुविधा यथा तिरपाल, राशन, हाईजीन सामाग्री, विद्युत, पेयजल, स्वास्थ्य, शौचालय, कपड़े आदि व्यवस्थाओं की जानकारी ली। आपदा प्रभावितों ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा आपदा की घड़ी में उनकी हरसम्भव मदद की जा रही है, जनहानि
एवं भवन क्षति का राहत/अनुदान राशि मिल चुकी है। समाज कल्याण विभाग द्वारा पेंशन भी मिल रही है। उनके द्वारा विस्थापन एवं स्वरोजगार की मांग
की गई, जिस पर एसडीएम ने बताया कि विस्थापन हेतु स्थान चिन्ह्ति करने की
कार्यवाही की जा रही है।
प्रभावितों द्वारा स्वरोजगार दिलाने की भी मांग की गई। उनके द्वारा कु. राधा के फिंगर प्रिंट के कारण आधार कार्ड में आ रही दिक्कत से भी अवगत कराया गया, इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने तहसीलदार
को संबंधित का भौतिक सत्यापन कर आधार कार्ड बनवाने की कार्यवाही करने के
निर्देश दिये। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि इस क्षेत्र के मनरेगा के अन्तर्गत 07 प्रस्ताव धनराशि लागत 22 लाख रूपये के प्राप्त हुए हैं, जिन्हें तुरन्त ही स्वीकृत किया जायेगा। उन्होंने आपदा प्रभावित परिवारों को आश्वस्त करते हुए कहा कि घर और स्वरोजगार हेतु जिला प्रशासन द्वारा प्रभावी कार्यवाही की जायेगी।
स्थलीय निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अधिकारियों को आपदा प्रभावित क्षेत्र एवं प्रभावितों के हितों को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये। मुख्य विकास अधिकारी ने बीडीओ को निर्देशित किया कि मनरेगा के अन्तर्गत ग्राम कोठार के 07 प्रस्ताव यथा
भूमि सुधार, सिंचाई, सड़क सुरक्षा दीवार इत्यादि के संबंध में तत्काल कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। साथ ही आपदा प्रभावितों के स्वरोजगार यथा बकरी पालन, कुकुट पालन, कृषि, वाहन संचालन आदि हेतु आवेदन पत्र प्राप्त करते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, मुख्य कृषि अधिकारी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी एवं उद्यान अधिकारी से समन्वय कर लाभान्वित करने की कार्यवाही करें तथा एक सप्ताह में अवगत करायें। इसके साथ ही स्वरोजगार की इच्छुक महिलाओं को एनआरएलएम समूह से जोड़ते हुए कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करवाना सुनिश्चित करें। प्रभावितों हेतु जल संस्थान को सुचारू
पेयजल व्यवस्था, सीएमओ को प्रभावी रूप से उपचार देते रहने, एएमए जिला
पंचायत को शौचालय की वैकल्पिक व्यवस्था करने व विद्यालय के आसपास ब्लीचिंग का छिड़काव करते रहने, पीएमजीएसवाई को जनहित की सुरक्षा के
दृष्टिगत वायरकेेट लगाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
इस मौके पर एसडीएम कीर्तिनगर सोनिया पंत, तहसीलदार सुनील राज, एबीडीओ जे.पी. लखेड़ा, अधि.अभि. जल संस्थान देवप्रयाग नरेश पाल, अधि.अभि.
पीएमजीएसवाई कीर्तिनगर वी.डी. जोशी, ग्राम प्रधान कोठार बलदेव सिंह नेगी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।