टिहरी: तहसील शिफ्टिंग पर बवाल, कांग्रेस बोली अस्पताल को अस्पताल रहने दो, विधायक से माफी की मांग, देखें वीडियो
टिहरी: तहसील शिफ्टिंग पर बवाल, कांग्रेस बोली अस्पताल को अस्पताल रहने दो, विधायक से माफी की मांग, देखें वीडियो

टिहरी जिले के जाखणीधार क्षेत्र में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (APHC) पेटब के भवन में तहसील कार्यालय शिफ्ट किए जाने को लेकर बड़ा बवाल खड़ा हो गया है। कांग्रेस पार्टी और ग्रामवासी इस निर्णय के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। शुक्रवार को गांव की महिलाओं और प्रबुद्ध नागरिकों ने भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय और पार्टी कार्यकर्ताओं का घेराव कर उन्हें बैरंग लौटा दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि यह अस्पताल जनता की सेवा के लिए बना है, न कि सरकारी दफ्तर चलाने के लिए। कांग्रेस ने इस निर्णय को ‘तुगलकी फरमान’ बताया और चेतावनी दी कि अगर इसे वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन और तेज़ होगा।
पूर्व सैनिक के पिता से अभद्रता का आरोप
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि जब एक पूर्व सैनिक के पिता ने अस्पताल में तहसील शिफ्ट करने का विरोध किया, तो विधायक ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। कांग्रेस ने इसे बेहद निंदनीय बताया और विधायक से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है।
ग्रामीणों ने दान दी थी ज़मीन, अब हो रहा अपमान
प्रेस विज्ञप्ति में कांग्रेस नेताओं ने बताया कि अस्पताल और तहसील के लिए ग्रामवासियों ने मुफ्त में ज़मीन दी थी। अब उसी ज़मीन पर बना अस्पताल खत्म कर उसमें दफ्तर शिफ्ट करना, उन लोगों का अपमान है जिन्होंने जनहित में यह दान दिया।
सड़क की हालत खस्ताहाल, कोई सुध नहीं
पेटब-कोशियार-अखोडीसैण मार्ग की हालत लंबे समय से खराब है। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा सरकार और टिहरी विधायक इस सड़क की सुध नहीं ले रहे हैं, जबकि इसी रास्ते से तहसील तक पहुंचा जाता है। सड़क मरम्मत की बजाय तहसील को ही शिफ्ट करना समझ से परे है।
कांग्रेस ने दी चेतावनी
कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश राणा, प्रदेश प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट, विजय गुनसोला, कुलदीप पंवार और महिला कांग्रेस अध्यक्ष आशा रावत ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि यदि यह निर्णय तत्काल वापस नहीं लिया गया तो विधायक को काले झंडे दिखाकर विरोध जारी रहेगा। साथ ही, अस्पताल को PHC या CHC में अपग्रेड करने की भी मांग की गई।