टिहरी: घनसाली में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली के विरोध में 65 किमी पदयात्रा, डीएम कार्यालय पर धरना
तीन माह में तीन गर्भवती महिलाओं की मौत से उबाल; उप जिला चिकित्सालय निर्माण, मुआवजा और 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाओं की उठी मांग

टिहरी जिले के घनसाली क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के खिलाफ जनता का गुस्सा अब आंदोलन का रूप ले चुका है। पिलखी से नई टिहरी तक 65 किमी की पदयात्रा निकालकर स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने की जोरदार मांग उठाई। नई टिहरी पहुंचकर आंदोलनकारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया और समस्या के समाधान तक संघर्ष जारी रखने की चेतावनी दी।
मुख्य मांगें
घनसाली में उप जिला चिकित्सालय का निर्माण
मृतकों के परिजनों को मुआवजा
24 घंटे डॉक्टर और एम्बुलेंस सेवा की उपलब्धता
मातृत्व सेवाओं में सुधार
स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के ठोस कदम
तीन माह में तीन मातृत्व मौतें, बढ़ा आक्रोश
आंदोलनकारियों का कहना है कि घनसाली में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी लगातार लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ रही है। पिछले तीन महीनों में तीन गर्भवती महिलाओं की मौत हो चुकी है, जिसे लेकर लोगों में गहरी नाराज़गी है। स्थानीय निवासियों ने कहा कि वे अब “झूठी शांति” से संतुष्ट नहीं होंगे और ठोस सुधार तक आंदोलन चलता रहेगा।
65 किमी पैदल चलकर आवाज उठाने वाले प्रमुख लोगों में विक्रम घणाता, अनुज शाह, संदीप आर्य, अजय कंसवाल, विनोद चौधरी, सुनीता रावत, शांति श्रीवाण, शांति लाल शाह, पुरुषोत्तम और राज्य आंदोलनकारी देव सिंह चौधरी शामिल रहे। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में उपेक्षा अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जल्द समाधान की मांग
आंदोलनकारियों ने सरकार और प्रशासन से मांग की कि घनसाली की स्वास्थ्य समस्याओं को प्राथमिकता में रखा जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और तीव्र होगा।



