बड़ी खबर : जेल से रची गई हत्या की साजिश, टिहरी पुलिस ने खोला डैक्कन वैली हत्याकांड का राज़
बड़ी खबर : जेल से रची गई हत्या की साजिश, टिहरी पुलिस ने खोला डैक्कन वैली हत्याकांड का राज़

टिहरी जिले की मुनिकीरेती थाना क्षेत्र स्थित डैक्कन वैली सोसाइटी में हुए चर्चित हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है। हाईडआउट कैफे और जीवन उत्सव रिजॉर्ट के संचालक नितिन देव की गोली मारकर हत्या करने वाले अपराधियों के पीछे संगठित आपराधिक गिरोह की साजिश सामने आई है, जिसकी सूत्रधार जेल में बंद अपराधी निकला।
घटना का विवरण
दिनांक 7 मई 2025 की रात करीब 11 बजे डैक्कन वैली सोसाइटी में रहने वाले नितिन देव को दो अज्ञात हमलावरों ने उनके अपार्टमेंट के पास गोली मार दी और स्कूटी से फरार हो गए। पुलिस को सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की गई। मौके से फोरेंसिक टीम ने अहम साक्ष्य जुटाए। हत्या के इस मामले में थाना मुनिकीरेती में धारा 103(1) BNS के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
पुरानी रंजिश बनी हत्या की वजह
जांच में सामने आया कि मृतक नितिन देव और सोसाइटी के ही निवासी विपिन नैय्यर के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। नितिन की शिकायतों के चलते विपिन का कैफे सील हुआ और उसे बलात्कार व पोक्सो जैसे गंभीर मामलों में जेल जाना पड़ा। विपिन ने इसी रंजिश के चलते नितिन से बदला लेने की ठान ली।
जेल में बनी साजिश
विपिन नैय्यर ने देहरादून जेल में रहते हुए कुख्यात अपराधी रामवीर सिंह से संपर्क साधा और उसकी मदद से हत्या की साजिश रची। जेल से छूटने के बाद विपिन ने रामवीर के साथी बिमलेश उर्फ विकास के माध्यम से दो शूटरों को डैक्कन वैली सोसाइटी में फ्लैट दिलवाया। शूटर्स ने कई दिनों तक नितिन की रैकी की और फिर 7 मई की रात को उन्हें गोली मार दी।
मुख्य साजिशकर्ता गिरफ्तार
टिहरी पुलिस की टीम ने सर्विलांस और पुख्ता खुफिया जानकारी के आधार पर 16 मई को बिहार के भोजपुर जिले से बिमलेश उर्फ विकास को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में बिमलेश ने हत्या की पूरी योजना का खुलासा किया। पुलिस के अनुसार, शूटरों को हत्या के बदले बड़ी रकम और फ्लैट देने का वादा किया गया था।
शेष आरोपियों की तलाश जारी
घटना में शामिल अन्य आरोपियों और शूटरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें विभिन्न राज्यों में दबिश दे रही हैं। पुलिस को जल्द बड़ी कामयाबी मिलने की संभावना है।
इनाम और सराहना
टिहरी पुलिस की इस बड़ी सफलता पर डीजीपी उत्तराखंड ने टीम को ₹50,000 का नकद इनाम दिया है।
मुख्य आरोपी – आपराधिक इतिहास:
रामवीर सिंह (मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश): कई हत्या, गैंगस्टर व आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज
विपिन नैय्यर (टिहरी गढ़वाल): बलात्कार, पोक्सो, मारपीट व अन्य गंभीर धाराओं में नामजद
जांच में लगी प्रमुख टीमें:
प्रभारी निरीक्षक प्रदीप चौहान, सीआईयू प्रभारी निरीक्षक ऐश्वर्य पाल समेत 25 से अधिक पुलिसकर्मी इस ऑपरेशन में शामिल रहे। पुलिस ने तकनीकी और फिजिकल सर्विलांस के जरिये पूरे मामले का खुलासा किया।