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बड़ी खबर : चारधाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, हर 20 किमी पर हेल्पलाइन और 15 मिनट में एंबुलेंस सेवा

बड़ी खबर : चारधाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, हर 20 किमी पर हेल्पलाइन और 15 मिनट में एंबुलेंस सेवा

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की शुरुआत होने जा रही है, और इस महत्वपूर्ण यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष तैयारियां की हैं। टिहरी जिला, जो कि चारधाम यात्रा का मुख्य केंद्र है, यहां से केदारनाथ-बद्रीनाथ के लिए ऋषिकेश-देवप्रयाग-कीर्तिनगर-श्रीनगर होते हुए और गंगोत्री-यमुनोत्री के लिए ऋषिकेश-चंबा-धरासू होते हुए यात्रियों का आवागमन होता है।

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स्वास्थ्य सुविधाओं के खास इंतजाम

टिहरी जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ श्याम विजय ने जानकारी दी कि यात्रा मार्गों पर कुल 29 एंबुलेंस तैनात रहेंगी, जिनमें 13 एंबुलेंस 108 सेवा की और 16 स्वास्थ्य विभाग की होंगी। इसके अलावा, 20 स्वास्थ्य इकाइयां भी अलग-अलग स्थानों पर स्थापित की गई हैं, जहां डॉक्टरों, स्टाफ और सभी जरूरी औषधियों के साथ यात्रियों को हरसंभव चिकित्सा सहायता प्रदान की जाएगी।

हर 20 किमी पर हेल्पलाइन होर्डिंग्स

यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हर 20 किलोमीटर की दूरी पर बड़े-बड़े होर्डिंग और बैनर लगाए गए हैं, जिनमें टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर और स्वास्थ्य संबंधी सभी आवश्यक जानकारियां दी गई हैं। यह पहल इसलिए की गई है ताकि किसी भी आपात स्थिति में यात्री तुरंत मदद ले सकें।

15 मिनट में घटना स्थल पर पहुंचेगी एंबुलेंस

स्वास्थ्य विभाग ने यह भी आश्वासन दिया है कि यात्रा मार्ग पर यदि किसी भी श्रद्धालु को स्वास्थ्य संबंधी समस्या होती है या कोई दुर्घटना होती है, तो 15 मिनट के अंदर एंबुलेंस मौके पर पहुंचकर प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराएगी।

192 स्वास्थ्य कर्मी यात्रा मार्ग पर तैनात

यात्रा मार्ग को पूरी तरह सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए 192 स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती की गई है, जिनमें—

✔ 76 चिकित्साधिकारी

✔ 21 फार्मासिस्ट

✔ 29 नर्सिंग अधिकारी

✔ 38 कक्ष सेवक

✔ 28 सफाई कर्मचारी शामिल हैं।

“अतिथि देवो भव” की भावना से मिलेगी स्वास्थ्य सेवा

स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकता है कि सभी श्रद्धालु स्वस्थ और सुरक्षित रहें। विभाग का उद्देश्य है कि कोई भी यात्री असुविधा महसूस न करे और “अतिथि देवो भव” की भावना के साथ उन्हें बेहतरीन चिकित्सा सेवाएं मिलें, ताकि वे यात्रा से सुखद अनुभव लेकर लौटें।

चारधाम यात्रा के दौरान यह सुनिश्चित किया गया है कि किसी भी तरह की स्वास्थ्य आपातकालीन स्थिति में यात्रियों को तुरंत मदद मिले और वे बिना किसी परेशानी के अपने धार्मिक यात्रा को पूर्ण कर सकें।

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