बड़ी खबर : टिहरी झील विकास परियोजना, स्थानीय भागीदारी और पर्यावरण संरक्षण पर जोर,मुख्य सचिव ने दिए ये निर्देश
बड़ी खबर : टिहरी झील विकास परियोजना, स्थानीय भागीदारी और पर्यावरण संरक्षण पर जोर,मुख्य सचिव ने दिए ये निर्देश

टिहरी, 8 जुलाई 2024 – मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सोमवार को सचिवालय में आयोजित बैठक में टिहरी झील विकास परियोजना के लिए महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) की गाइडलाइन्स के अनुसार तैयार डीपीआर पर कार्य करते हुए, स्थानीय ग्रामीणों की भागीदारी और सुझावों को प्राथमिकता दी जाए।
**स्थानीय भागीदारी और रोजगार सृजन पर बल**
श्रीमती रतूड़ी ने कहा कि राज्य में संचालित सभी पर्यटन विकास प्रोजेक्ट्स में स्थानीय आमजन की ऑनरशिप और भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रत्येक प्रोजेक्ट का इस आधार पर मूल्यांकन किया जाए कि इससे कितने स्थानीय लोगों को रोजगार, विकास और कल्याण से संबंधित लाभ प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने जोर दिया कि सभी प्रोजेक्ट्स में हितधारकों और स्थानीय लोगों के साथ विचार-विमर्श और सुझाव लेने की संस्कृति को अपनाया जाना चाहिए।
**पर्यावरण संरक्षण और ठोस अवशिष्ट प्रबंधन पर ध्यान**
मुख्य सचिव ने पर्यावरणीय हितों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता पर बल दिया। विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटन विकास गतिविधियों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को शीर्ष प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने चारधाम यात्रा मार्ग पर ठोस अवशिष्ट प्रबंधन हेतु पुख्ता व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित होम स्टे के लिए भी कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं।
**स्थायी और जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा**
श्रीमती रतूड़ी ने टिहरी को एक ब्राण्ड पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित करने के लिए स्थानीय समुदायों को विकास का भागीदार बनाने पर जोर दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रोजेक्ट के तहत टिहरी शहर के ऐतिहासिक महत्व को पुनः स्थापित किया जाए, पर्यटन की बुनियादी सुविधाओं को मजबूत किया जाए, और क्षेत्र में सतत एवं जिम्मेदार पर्यटन को प्रोत्साहित किया जाए। इसके साथ ही, पलायन रोकने, स्थानीय लोगों की आजीविका के अवसर बढ़ाने और पर्यटकों को कम से कम तीन दिन तक ठहरने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए।
**परियोजना के लाभ**
बैठक में जानकारी दी गई कि 1294 करोड़ रुपये लागत के ADB सहायता प्राप्त टिहरी लेक प्रोजेक्ट से 52 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के लगभग 103 गांवों की 96875 आबादी को लाभ मिलेगा। प्रोजेक्ट के तहत डोबरा चांटी, तिवार गांव, कोटी कॉलोनी, न्यू टिहरी, मदन नेगी और झील क्लस्टर में विभिन्न पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जाएगा।
बैठक में सचिव श्री आर. मीनाक्षीसुंदरम, श्री सचिन कुर्वे, श्री दिलीप जावलकर, श्री पंकज कुमार पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी के इन निर्देशों से टिहरी झील विकास परियोजना को नई दिशा और गति मिलेगी, जिससे स्थानीय समुदायों को रोजगार और विकास का लाभ मिलेगा तथा क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।