नई टिहरी ( मुकेश रतूड़ी) मूल निवास भू कानून समन्वय संघर्ष समिति के तत्वावधान में उत्तराखंड में मूल निवास और सशक्त भू-कानून लागू करने को लेकर नई टिहरी में आयोजित रैली में जन सैलाब उमड़ा। टिहरी सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से रैली में शिरकत करने पहुंचे लोगों ने सरकार से जल्द उक्त मांगों को पूरा करने की अपील की। कहा कि उत्तराखंड राज्य आंदोलन की भांति अब प्रदेश में उक्त दोनों मांगों को लेकर जनता स्वः स्फूर्त आंदोलन की मूड में है। ऐसे में समय रहते सरकार को उत्तराखंड राज्य को बचाने के लिए मूल निवास को लागू करने और भू माफियाओं से प्रदेश को बचाने के लिए सशक्त भू कानून लागू करना होगा।
रविवार को मूल निवास और भू कानून लागू करने की मांग को लेकर आयोजित रैली में जमकर भीड़ उमड़ी। सुबह 10 बजे से संघर्ष समिति के सदस्यों ने लोगों को सुमन पार्क में एकत्रित किया। 12 बजे तक सुमन पार्क, कुलणा मार्केट में लोगों की भीड़ जमा हो गई। प्रतापनगर विधायक विक्रम सिंह नेगी, टिहरी के जिला संयोजक डॉ. राकेश भूषण गोदियाल, प्रदेश संयोजक मोहित डिमरी, सह संयोजक लुशून टोडरिया, देवेंद्र नौडियाल के नेतृत्व में रैली सुमन पार्क से बौराड़ी के साईं चौक तक आयोजित की गई। प्रदेश संयोजक डिमरी ने कहा कि मूल निवासी की बाध्यता खत्म होने से बाहरी लोग यहां आसानी से स्थाई निवासी बना दे रहे हैं। जिसके बाद यहां के हक-हकूकों पर बाहरी लोग डाका डाल रहे हैं। अब यह आंदोलन जनांदोलन का रूप ले चुका है। समय रहते सरकार को इस पर निर्णय लेना चाहिए। कहा कि जब यूसीसी को लेकर विधेयक बन सकता है, तो मूल निवास को लेकर क्यों नहीं। सह संयोजक टोडरिया ने कहा कि आंदोलन को सभी राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन समर्थन दे रहे हैं। वहीं विधायक विक्रम नेगी ने कहा कि सरकार को जन भावनाओं का आदर इन मांगों को जल्द मानना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार विक्रम बिष्ट, महीपाल सिंह नेगी, बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष शांति प्रसाद भट्ट, राष्ट्रीय रीजनल पार्टी के शिव प्रसाद सेमवाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष सुमना रमोला, सूरज राणा ने कहा कि टिहरी आंदोलन की धरती रही है। यहीं से राज्य आंदोलन के प्रणेता इंद्रमणि बडोनी, राजशाही के खिलाफ बिगुल बजाने वाले श्रीदेव सुमन, नागेंद्र सकलानी, मोलू भरदारी जैसे आंदोलनकारी हुए हैं। दलगत राजनीति से उपर उठकर लोगों को अपने हक के लिए आगे आना चाहिए।
इस मौके पर यूकेडी केंद्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत, उत्तराखंड आंदोलनकारी संयुक्त परिषद के नवनीत गुसाईं, विपुल नौटियाल, जगमोहन रावत, गणेश डंगवाल, आशुतोष नेगी, चिंतन सकलानी, सुरेश कुमार, प्रभा रतूड़ी, जयप्रकाश पांडेय, साब सिंह सजवाण, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहन सिंह रावत, शक्ति जोशी, विक्रम कठैत, पर्वत कुमाईं, उर्मिला महर, ब्लॉक प्रमुख प्रदीप रमोला, प्रवीन भंडारी, उत्तम तोमर, गंगा भगत नेगी, नरेंद्र चंद रमोला, सीपी डबराल, देवंती डबराल, कर्मचारी नेता चंद्रेश्वर थपलियाल, चंद्रवीर नेगी, एसके ढौंडियाल, मनमोहन पडियार, कमन नयर रतूड़ी, राजीव नेगी, नवीन सेमवाल, हरिओम भट्ट, सुभागा फर्स्वाण, बालेश बवानिया, प्रभात डंडरियाल, सुशील वीरमानी, मुन्नी खंडूरी, मधु डबराल, पुष्पलता सिलमाना, लोक बहादूर थापा, पार्वती रतूड़ी, प्रभा नैथानी, कमलेश आदि मौजूद रहे।