प्रतापनगर : इस गांव ने लिया ऐतिहासिक फैसला, गांव में किया ये काम तो होगा जुर्माना और सामाजिक बहिष्कार का नियम लागू
प्रतापनगर : इस गांव ने लिया ऐतिहासिक फैसला, गांव में किया ये काम तो होगा जुर्माना और सामाजिक बहिष्कार का नियम लागू
टिहरी जिले के प्रताप नगर प्रखंड के घोड़पुर गांव ने नशामुक्त समाज की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है नागराज मंदिर के नवनिर्मित प्रांगण में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि गांव में अब किसी भी सामाजिक या सार्वजनिक कार्यक्रम, जैसे शादी, जन्मदिन, चूड़ाकर्म आदि में शराब परोसना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। अगर किसी ने इस नियम का उल्लंघन किया, तो उस परिवार पर 51,000 रुपये का आर्थिक दंड लगाया जाएगा, साथ ही उस परिवार का सामाजिक बहिष्कार भी किया जाएगा।
ग्राम प्रधान श्रीमती भाग देवी की अध्यक्षता में और पूर्व अध्यापक श्री जबर सिंह नेगी के सानिध्य में इस बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में आए सभी ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने नशे के दुष्प्रभावों पर चिंता जताई। रिटायर्ड अध्यापक नेगी ने अपने संबोधन में कहा कि आज नशा न केवल हमारी युवा पीढ़ी को आर्थिक और मानसिक रूप से कमजोर बना रहा है, बल्कि समाज को भी कमजोर कर रहा है। उन्होंने कहा, “हमें समाज में एक उदाहरण प्रस्तुत करना होगा और नशे से दूर रहकर अपने कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक संपन्न करना चाहिए।”
इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी के अध्यक्ष और क्षेत्र पंचायत सदस्य राकेश राणा ने गांव के बुजुर्गों, महिला मंगल दल, युवक मंगल दल और नवयुवकों की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक निर्णय है जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाएगा। उन्होंने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि इस मुहिम का अगला कदम सरकारी स्तर पर हर 5 किलोमीटर पर खोले जा रहे शराब के ठेकों का विरोध करना होगा, ताकि गांव-गांव में नशामुक्त वातावरण का निर्माण हो सके।
बैठक में महिला मंगल दल, युवक मंगल दल और गांव के प्रमुख व्यक्ति, जैसे जोत सिंह नेगी, बलवीर सिंह नेगी, भगवान सिंह, शंभू सिंह, देव सिंह सहित कई लोग उपस्थित रहे। इस निर्णय का स्वागत करते हुए ग्रामीणों ने एकजुटता दिखाई और समाज में एक सकारात्मक बदलाव की उम्मीद जताई।