टिहरी में पासपोर्ट मोबाइल वैन कैंप का शुभारंभ, दो दिन में बनेंगे 100 पासपोर्ट
टिहरी में पासपोर्ट मोबाइल वैन कैंप का शुभारंभ, दो दिन में बनेंगे 100 पासपोर्ट
नई टिहरी: जिले के लोगों के लिए खुशखबरी है। अब पासपोर्ट बनवाने के लिए लंबी दूरी तय करने की जरूरत नहीं होगी। शुक्रवार को जिला मुख्यालय के विकास भवन में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय देहरादून और भारतीय विदेश मंत्रालय की पहल पर दो दिवसीय पासपोर्ट मोबाइल वैन कैंप का शुभारंभ हुआ। डीएम मयूर दीक्षित ने कैंप का उद्घाटन करते हुए इसे क्षेत्र के लिए मील का पत्थर बताया।
इस शिविर में पहले दिन 50 पासपोर्ट बनाए गए, जबकि शनिवार को 50 और पासपोर्ट तैयार किए जाएंगे। कुल मिलाकर, दो दिनों में 100 लोगों को पासपोर्ट की सुविधा उनके घर के पास ही उपलब्ध कराई जा रही है।
दूरस्थ क्षेत्रों के लिए वरदान
पासपोर्ट मोबाइल वैन सेवा का उद्देश्य दूरस्थ और पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों को पासपोर्ट जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं उनके निकटतम स्थान पर उपलब्ध कराना है। टिहरी लोकसभा क्षेत्र में पासपोर्ट कार्यालय न होने के कारण यह सेवा लोगों के लिए वरदान साबित होगी।
तकनीकी रूप से सक्षम वैन
क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी विजय शंकर पांडेय ने बताया कि यह वैन तकनीकी रूप से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। उत्तराखंड के अन्य दूरस्थ जिलों जैसे चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, चंपावत, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में भी इस वैन के माध्यम से शिविर लगाए जाएंगे।
स्थानीय लोगों को मिलेगी प्राथमिकता
डीएम मयूर दीक्षित ने कहा, “यह पहल स्थानीय निवासियों के लिए बेहद लाभदायक है। ऐसी तकनीकी व्यवस्था बनाई जाए कि इस कैंप का अधिकतम लाभ स्थानीय लोगों को मिले।” मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी और एडीएम केके मिश्रा ने भी इसे एक अभिनव कदम बताते हुए स्थानीय निवासियों से इस अवसर का लाभ उठाने की अपील की।
पहली बार नई टिहरी से शुरुआत
उत्तराखंड में इस सेवा की शुरुआत नई टिहरी से की गई है। शुक्रवार को शुभारंभ के मौके पर तहसीलदार मोहम्मद शादाब, राजस्व निरीक्षक सुरेंद्र पंवार और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
इस पहल से पहाड़ी क्षेत्रों के निवासियों को पासपोर्ट बनवाने में सुविधा होगी और उन्हें समय व धन दोनों की बचत होगी। विदेश मंत्रालय का यह कदम दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा।