अब डेढ़ महीने के बाद सुनाई देगी शहनाई, पंचांग के मुताबिक पूरे मार्च महीने और आधे अप्रैल तक शादी के लिए कोई लग्न नहीं
मकर संक्रांति 14 जनवरी, 2022 तक खरमास के बाद से शुरू हुआ शादियों का दौर 21 फरवरी, 2022 को समाप्त हो गया। अब डेढ़ महीने के बाद बरात और फिर से शहनाई सुनाई देगी। पंचांग के मुताबिक पूरे मार्च महीने और आधे अप्रैल तक शादी के लिए कोई लग्न नहीं है। ज्योतिषियों का कहना है कि 23 फरवरी से 26 मार्च तक 31 दिन गुरु तारा अस्त हो जाएगा और 14 मार्च से 14 अप्रैल के बीच नीम खरमास रहेगा जिसके कारण विवाह नहीं होंगे।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार मार्च में विवाह मुहूर्त नहीं हैं। 15 अप्रैल से विवाह मुहूर्त शुरू होंगे और 10 जुलाई तक विवाह रहेंगे। 10 जुलाई से देवशयनी एकादशी से 4 नवंबर देवोत्थानी एकादशी तक चातुर्मास होने के कारण चार माह तक विवाह आदि कार्य नहीं होंगे। सनातन परंपरा के मुताबिक इस अवधि के बीच देवी देवता शयन में होते हैं। इस कारण इस बीच विवाह का कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है। दो अक्टूबर से 20 नवंबर तक शुक्र तारा अस्त है, जिसके कारण विवाह 24 नवंबर से विवाह मुहूर्त शुरू होंगे।
विवाह के लिए शुभ मुर्हूत 2022
अप्रैल : 15,16,17,18,19, 20, 21, 22, 23 और 27
मई : दो, तीन, चार, नौ, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 17, 18, 19, 20, 21, 24, 25, 26 और 31
जून : एक, पांच, छह, सात, आठ, नौ, 10, 11,12, 13, 14, 15, 16, 17, 21, 22 और 23
जुलाई : दो, तीन, चार, पांच, छह, सात, आठ, नौ और 10
नवंबर : 24, 25, 26, 27 और 28
दिसंबर : दो, तीन, चार, सात, आठ, नौ, 14, 15 और 16