उत्तराखंड से आज की सबसे बड़ी खबर| चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने चारों धामों में तीर्थयात्रियों के पंजीकरण में 1000 यात्रियों का इजाफा कर दिया है।
सीएम पु्ष्कर सिंह धामी ने कहा है कि धामों में तीर्थयात्रियों के पंजीकरण में 1000 यात्रियों की वृद्धि की गई है। वहीं सरकार ने अब यात्रा के लिए पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया है।
पंजीकरण का सत्यापन कराना अनिवार्य होगा। इसके लिए सभी पुलिस चौकियों को निर्देश दिए गए हैं। सत्यापन का काम कड़ाई से किया जाएगा। किसी भी संदिग्ध को चार धाम यात्रा की अनुमति नहीं मिल पाएगी।
सरकार के इस रुख से साफ है कि आने वाले दिनों में चार धाम यात्रा के लिए आने वालों की संख्या को नियंत्रित किया जाएगा। निश्चित संख्या में ही यात्रियों को धामों में जाने की अनुमति दी जाएगी। नियत संख्या से अधिक श्रद्धालु होने पर उन्हें धाम में जाने की इजाजत नहीं मिलेगी।
आपको बता दें कि इस संबंध में पहले भी सरकार ने नियम बनाए थे लेकिन पंडा पुरोहितों के विरोध के बाद इस आदेश को लेकर सख्ती नहीं बरती जा रही थी लेकिन अब लग रहा है कि सरकार सख्ती बरतेगी।
वहीं राज्य में चार धाम यात्रा के दौरान महज आठ दिनों में 20 यात्रियों की मौत ने प्रधानमंत्री कार्यालय को भी चिंता में डाल दिया है। जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस संबंध में चिंता जाहिर की है और व्यवस्थाओं को दुरुस्त किए जाने की उम्मीद की है।
चारधाम यात्रा- 2022 यात्रियों के लिए दिशानिर्देश जारी-
• स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत ही यात्रा के लिए प्रस्थान करें.
• पूर्व से बीमार व्यक्ति अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नंबर अवश्य साथ रखें.
• अति वृद्ध एवं बीमार व्यक्तियों और पूर्व में कोविड से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यात्रा पर नहीं जाना या कुछ समय के लिए स्थगित करना उचित होगा.
• हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाते समय विशेष सावधानी बरतें. उपरोक्त बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में दवाइयां साथ रखें. चिकित्सक द्वारा लिखी गयी दवाइयों और परामर्श पर्ची यात्रा के दौरान अपने साथ रखें.
किसी भी स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी के लिए 104 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करेंगे.
• एंबुलेंस के लिए 108 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करेंगे