विधायक किशोर उपाध्याय की नई पहल, काफल तोड़ वनाग्नि प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण का देंगे संदेश, जानिए कैसे
विधायक किशोर उपाध्याय की नई पहल, काफल तोड़ वनाग्नि प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण का देंगे संदेश, जानिए कैसे
नई टिहरी(मुकेश रतूड़ी)। टिहरी विधायक और वनाधिकार आंदोलन के प्रणेता किशोर उपाध्याय ने वनाग्नि प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण और लोक परंपराओं को जीवित रखने के लिए एक नई पहल शुरू करने की घोषणा की है। उपाध्याय ने बताया कि उत्तराखंड में काफल का विशेष महत्व है और इसी को ध्यान में रखते हुए 25 मई को सुमन जयंती पर ‘काफल ट्रेल’ की शुरुआत की जाएगी।
इस पहल के अंतर्गत उपाध्याय स्वयं पार्टी कार्यकर्ताओं, स्थानीय ग्रामीणों और वन विभाग के साथ मिलकर काफल प्रदान क्षेत्रों में जाकर काफल तोड़ेंगे। सबसे बेहतर तरीके से काफल तोड़ने वालों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वनाग्नि से काफल के पेड़ भी प्रभावित हो रहे हैं, इसलिए वनाग्नि प्रबंधन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए काफल ट्रेल का आयोजन किया गया है।
विधायक उपाध्याय ने कहा कि वन विभाग अब काफल की नर्सरी लगाने और पौधरोपण करने की दिशा में भी सक्रिय है। नई टिहरी सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में वन विभाग और जन संगठनों के सहयोग से काफल के पौधे रोपे जाएंगे। उन्होंने अपील की कि लोग जहां भी काफल पाए जाते हैं, उनकी सूचना दें ताकि महिलाओं को रोजगार के अवसर भी मिल सकें। इस दिशा में वन विभाग को कार्य योजना बनाने का निर्देश भी दिया गया है।
इस पहल को हर साल लोक परंपरा दिवस के रूप में मनाने के लिए मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बात करने का भी वादा किया गया है। उपाध्याय ने कहा कि इस पहल के माध्यम से न केवल पर्यावरण संरक्षण होगा बल्कि स्थानीय समुदायों को भी सशक्त बनाया जाएगा।