केंद्र सरकार के 49 लाख कर्मियों और 63 लाख पेंशनरों के लिए खुशखबरी है। महंगाई दर के हिसाब से केंद्र सरकार इस बार चार फीसदी डीए/डीआर में बढ़ोतरी कर सकती है। ऐसे में जुलाई माह से सरकारी कर्मियों और पेंशनरों की सेलरी में इजाफा हो जाएगा। केंद्रीय कर्मचारियों को अभी 34 फीसदी दर से महंगाई भत्ता मिल रहा है। पहली जुलाई 2022 से महंगाई भत्ते में अगर चार फीसदी का इजाफा होता है, तो यह दर 38 फीसदी पर पहुंच जाएगी। इस स्थिति में यदि किसी कर्मचारी की बेसिक सेलरी 18 हजार रुपये है तो उसका वेतन 720 रुपये प्रतिमाह बढ़ जाएगा। एक लाख रुपये की बेसिक सेलरी वाले व्यक्ति के मासिक वेतन में 4000 रुपये की वृद्धि होगी।
एआईसीपीआई इंडेक्स में 1.7 अंकों का बड़ा उछाल
केंद्र सरकार के सूत्रों का कहना है कि जुलाई माह में डीए बढ़ाए जाने की घोषणा हो सकती है। महंगाई के जो आंकड़े मौजूद हैं, उनके मुताबिक सरकारी कर्मियों के डीए में कम से कम चार फीसदी की बढ़ोतरी हो जाएगी। मार्केट के जानकारों के अनुसार, इंडेक्स तो महंगाई के हिसाब से कम या ज्यादा होता है। जनवरी में 125.1 इंडेक्स बढ़ा था। फरवरी में 125.0, मार्च में 126.0 और अप्रैल में 127.7 इंडेक्स ने उछाल लिया है। अप्रैल 2022 के लिए एआईसीपीआई इंडेक्स के नंबर में 1.7 अंकों का बड़ा उछाल दर्ज किया गया है। अभी मई की रिपोर्ट नहीं आई है। जून में भी इंडेक्स उछाल ले सकता है। अगर 127.7 की दर को ही आगामी दो माह का आधार मानें तो भी डीए में चार फीसदी की वृद्धि हो जाएगी। ऐसे में डीए, 38 फीसदी की दर से बढ़ेगा।
इस बढ़ोतरी के बाद इतना हो जाएगा वेतन
किसी कर्मी का मूल वेतन 18 हजार रुपये है तो डीए की 38 फीसदी दर के हिसाब से उसके वेतन में 720 रुपये बढ़ जाएंगे। कर्मचारी का मूल वेतन 25 हजार रुपये है तो उस पर प्रतिमाह 1000 रुपये बढ़ेंगे। 35 हजार रुपये मूल वेतन लेने वाले कर्मियों को प्रतिमाह 1400 रुपये ज्यादा मिलेंगे। 45 हजार रुपये बेसिक सेलरी पर 1800 रुपये बढ़ेंगे। 52 हजार रुपये बेसिक सेलरी पर 2080 रुपये, 70 हजार रुपये बेसिक सेलरी पर 2800 रुपये, 85,500 रुपये बेसिक सेलरी पर 3420 रुपये और एक लाख रुपये बेसिक सेलरी वाले कर्मियों के खाते में हर माह 4000 रुपये ज्यादा आएंगे। केंद्र सरकार ने इससे पहले गत वर्ष अपने कर्मियों और पेंशनर के महंगाई भत्ते/महंगाई राहत को 17 फीसदी से बढ़ाकर 28 फीसदी कर दिया था। अक्तूबर में भी डीए में तीन फीसदी की बढ़ोतरी हो गई थी। इससे डीए 31 फीसदी हो गया। इस साल भी जनवरी से डीए में तीन फीसदी की वृद्धि की गई है। इससे डीए/डीआर 34 फीसदी हो गया है।