पत्रकारों के हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं, उत्तराखंड पत्रकार यूनियन का पुलिस मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन
पत्रकारों के हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं, उत्तराखंड पत्रकार यूनियन का पुलिस मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन

देहरादून। उत्तराखंड में पत्रकारों के खिलाफ बढ़ते उत्पीड़न और हमलों के विरोध में उत्तराखंड पत्रकार यूनियन ने बुधवार को पुलिस मुख्यालय के बाहर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। यूनियन के पदाधिकारियों और प्रदेशभर से आए पत्रकारों ने एकजुट होकर अपनी सुरक्षा, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज़ बुलंद की।
इससे पहले, बीते रविवार को प्रदेश अध्यक्ष आशीष ध्यानी की अध्यक्षता में यूनियन की प्रदेश कार्यकारिणी की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी, जिसमें पत्रकारों के सामने आ रही चुनौतियों और उनके समाधान पर गहन चर्चा की गई। बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार, पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन किया गया।
धरना स्थल पर गूंजे पत्रकार एकता के नारे
पुलिस मुख्यालय पर हुए इस विरोध प्रदर्शन में यूनियन के महासचिव हरीश जोशी, वरिष्ठ प्रदेश अध्यक्ष तिलक राज, उपाध्यक्ष किरण शर्मा, संगठन मंत्री इंद्रेश कोहली, सचिव सुशील रावत, संयुक्त मंत्री राजकिशोर तिवारी, प्रचार मंत्री शशि शेखर, सचिन गौनियाल, कार्यकारिणी सदस्य प्रमोद गिरी सहित बड़ी संख्या में पत्रकारों ने भाग लिया। इस दौरान पत्रकारों ने अपने हक की आवाज़ बुलंद करते हुए सरकार और प्रशासन से तत्काल ठोस कदम उठाने की मांग की।
यूनियन की चेतावनी – अगर अनदेखी हुई, तो होगा बड़ा आंदोलन
उत्तराखंड पत्रकार यूनियन ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर पत्रकारों की सुरक्षा और अधिकारों की अनदेखी जारी रही, तो आंदोलन को और व्यापक स्तर पर संचालित किया जाएगा। यूनियन ने मांग की कि पत्रकारों को सुरक्षा देने के लिए सख्त कानून बनाया जाए और उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
प्रदेशभर के पत्रकारों के इस एकजुटता भरे प्रदर्शन से साफ संकेत मिल रहे हैं कि अब वे अपने हक के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। सरकार और प्रशासन के लिए यह चेतावनी है कि यदि जल्द उचित कदम नहीं उठाए गए, तो यह आंदोलन और बड़ा रूप ले सकता है।